अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला 2025 : मेले में छाया अजमेर का 'लेपर्ड सफारी' प्रोजेक्ट, बालू रेत से बनाई कलाकृति पर्यटकों को कर रही आकर्षित
मेले में ऊंटों और अश्वों का बोलबाला
अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में इस बार अजमेर के काजीपुरा गांव स्थित गंगा भैरव घाटी में विकसित हो रहा लेपर्ड सफारी प्रोजेक्ट छाया हुआ है। प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट अजय रावत ने नए मेला मैदान में बालू रेत से लेपर्ड सफारी अजमेर को दर्शाती कलाकृति बनाई है। इसमें गुफा में बैठा एक लेपर्ड हिरण का शिकार करते दिखाई दे रहा है, जो देशी-विदेशी सैलानियों में बरबस ही अपनी और आकर्षित कर रही है।
अजमेर। अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में इस बार अजमेर के काजीपुरा गांव स्थित गंगा भैरव घाटी में विकसित हो रहा लेपर्ड सफारी प्रोजेक्ट छाया हुआ है। प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट अजय रावत ने नए मेला मैदान में बालू रेत से लेपर्ड सफारी अजमेर को दर्शाती कलाकृति बनाई है। इसमें गुफा में बैठा एक लेपर्ड हिरण का शिकार करते दिखाई दे रहा है, जो देशी-विदेशी सैलानियों में बरबस ही अपनी और आकर्षित कर रही है। रावत ने बताया कि इसे बनाने में छह घंटे लगे।
आने वाले समय में लेपर्ड सफारी पर्यटकों के लिए एक अच्छा पर्यटक स्थल साबित होगा। मेले में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को इसकी जानकारी देने के लिए इस कलाकृति को तैयार किया गया है।अजय रावत की ओर से मेले में सैंड आर्ट फेस्टिवल का 8वें संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें बनाई बालू रेत की विभिन्न कलाकृतियां आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। श्री पुष्कर मेला 2025 के तहत विकास प्रदर्शनी का शुभारंभ 2 नवंबर को और समापन 5 नवंबर को प्रस्तावित है।
मेले में ऊंटों और अश्वों का बोलबाला
पुष्कर पशु मेले में बिक्री के लिए आने वाले पशुओं की संख्या दिनोंदिन बढ़ोतरी हो रही है। रेतीलेे धोरों में पशुपालकों की हलचल भी बढ़ने लगी है। दीपावली के दूसरे दिन से शुरू हुए पशु मेले में पशुपालन विभाग ने अब तक 624 पशुओं की आवक दर्ज की है। मेले में आए पशुआंे मंे सर्वाधिक 412 ऊंट शामिल हैं। इसके अलावा 211 अश्व आए हैं। पशु मेला अधिकारी डा. सुनील घीया ने बताया कि 624 मवेशियों में से 107 अश्व वंश व 3 ऊंट राजस्थान के बाहर से आए हैं।

Comment List