सवा 5 लाख के रावण को खड़ा करने पर खर्च होंगे 9 लाख रुपए
3 दिन बाद शुरु होगा मेला
5 अक्टूबर को दशहरे के दिन रावण दहन किया जाएगा। उसके लिए दिल्ली के कलाकार रावण, कुम्भकरण व मेघनाद के पुतलों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। पुतलों को बनाने पर करीब 5.25 लाख रुपए खर्च होंगे। उन पुतलों को दशहरा मैदान से उठाकर विजयश्री रंगमंच पर ले जाने और वहां उन पुतलों को खड़ा करने पर ही करीब 9 लाख रुपए खर्च होंगे।
कोटा। 129 वें राष्ट्रीय दशहरा मेले के लिए तैयार हो रहे रावण के पुतले बनाने पर तो करीब सवा पांच लाख रुपए खर्च हो रहे हैं, लेकिन उन पुतलों को खड़ा करने पर ही करीब नौ लाख रुपए खर्च होंगे। इधर मेला शुरु होने में अब मात्र तीन दिन शेष रह गए हैं। लेकिन अभी तक भी न तो कार्यक्रम तय हुए हैं और न ही कलाकार। मेला समिति की शुक्रवार को होने वाली बैठक में इन पर चर्चा की जाएगी। नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण की ओर से संयुक्त रूप से मेले का आयोजन किया जाएगा। 26 सितम्बर को शुरू होने वाले मेले के दौरान 5 अक्टूबर को दशहरे के दिन रावण दहन किया जाएगा। उसके लिए दिल्ली के कलाकार रावण, कुम्भकरण व मेघनाद के पुतलों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। करीब 80 फीट का रावण और 50-50 फीट के मेघनाद व कुम्भकण के पुतलों को बनाने पर करीब 5.25 लाख रुपए खर्च होंगे। उन पुतलों को दशहरा मैदान से उठाकर विजयश्री रंगमंच पर ले जाने और वहां उन पुतलों को खड़ा करने पर ही करीब 9 लाख रुपए खर्च होंगे। नगर निगम द्वारा रावण के पुतले बनाने के साथ ही पुतलों को खड़ा करने का भी टेंडर किया है। टेंडर के अनुसार पुतलों के लिए पेड़ा बनाने और उन पुतलों को लाने व ख़ड़ा करने में लगेने वाले श्रमिक और रस्सी पर करीब 4.44 लाख रुपए खर्च होंगे। वहीं लोहे की जिन तीन सीढ़ियों पर ये तीनों पुतले खड़े होंगे। वे पुरानी होने व गलने से उन्हें नया बनाया जा रहा है। उस पर भी करीब 4 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसके अलावा पुतलों में लगने वाली आतिशबाजी अलग से है। हालांकि रावण के पुतलों और मेला उद्घाटन से लेकर पूरे कार्यक्रमों तक में आतिशबाजी पर करीब 6.08 लाख रुपए खर्च होंगे।
वाहन स्टैंड के लिए दो फर्मों ने डाले टेंडर
मेले के दौरान 6 स्थानों पर वाहन पार्किंग की व्यवस्था कीे जाएग़ी। इसके लिए टेंडर किया गया था। जिसमें दो फर्मो ने भाग लिया है। उनकी तकनीकी बिड खुल गई है। वित्तीय बिड खुलने के बाद उसे फाइनल कर दिया जाएगा।
मेले के दौरान 170 सफाई कर्मचारी
मेले से पहले मैदान की साफ सफाई के लिए नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण के सभी 6 स्वास्थ्य अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। उनके साथ 60 सफाई कर्मचारी लगाए हैं। वे पूरे मैदान की सफाई करेंगे। उसके बाद मेला शुरू होने पर 170 सफाई कर्मचारी लगाए जाएंगे। ये ठेके पर लिए जाएंगे। जो फेज एक के मैदान में 24 घंटे तीन पारियों में साफ सफाई का काम करेंगे। उसके अलावा फेज दो और मैदान के चारों तरफ की सफाई के लिए अलग से सफाई कर्मचारी लगाए जाएंगे।
आज होगी मेला समिति की बैठक
मेले के दौरान होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम व उनके कलाकारों के नाम तक तय नहीं हुए हैं। जबकि मेला शुरु होने में अब मात्रव तीन दिन शेष हैं। इधर मेला अधिकारी गजेन्द्र सिंह ने बताया कि मेला समिति की बैठक शुक्रवार को तीन बजे निगम के ए ब्लॉक स्थित सभागार में होगी। जिसमें पिछली बैठक की पुष्टि और मेले के दौरान होने वाले कार्यक्रम व कलाकारों पर चर्चा, कार्यक्रम से पहले कार्यक्रम पर चर्चा की जाएगी। इसी बैठक के दौरान कलाकारों के नाम पर भी चर्चा कर फाइनल किया जाएगा। कलाकारों के टेंडर भी खोले जाएंगे।
अधिकतर काम पूरे हुए, शेष भी हो जाएंगे
मेला समिति की अध्यक्ष व कोटा उत्तर महापौर मंजू मेहरा ने कहा कि उन्होंने मैदान का निरीक्षण किया है। अधिकतर काम पूरे हो गए हैं। जो काम शेष हैं वे भी जल्दी ही पूरे कर लिए जाएंगे। कार्यक्रम कलाकारों को भी फाइनल कर दिया जाएगा।
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