कृषि मंत्री ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रचार रथों को दिखाई हरी झंड़ी : राज्य में फसल बीमा पॉलिसियों की संख्या एक करोड़ पर
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लगे पंख
जयपुर। कृृषि मंत्री लालचन्द कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार के नवाचारों, निरन्तर प्रचार-प्रसार एवं किसानों को समय पर बीमा क्लेम का भुगतान करने से प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की लोकप्रियता में निरन्तर वृद्धि हुई है। राज्य में वर्ष 2020-21 में फसल बीमा पॉलिसियों की संख्या एक करोड़ से ऊपर पहुंच गई है।
कटारिया ने सोमवार को फसल बीमा योजना के प्रचार रथों को रवाना करते हुए बताया कि राज्य में वर्ष 2018-19 में लगभग 78 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल का फसल बीमा हुआ था, जो बढ़कर 20-21 में करीब 1 करोड़ 13 लाख हैक्टेयर हो गया है। इसी प्रकार फसल बीमा पॉलिसियों की संख्या 2018-19 में 72 लाख से बढ़ते हुए 20-21 में 1 करोड़ 7 लाख हो गई है। 3 साल में 80 लाख किसानों को 13 हजार करोड़ का क्लेम कृृषि मंत्री ने बताया कि राज्य में पिछले 3 साल, में 80 लाख से ज्यादा किसानों को लगभग 13 हजार करोड़ रुपए के बीमा क्लेम का भुगतान किया गया है। हनुमानगढ़ जिले के अलावा रबी 2020-21 तक के समस्त बीमा क्लेमों का भुगतान किया जा चुका है।
उन्होंने राज्यांश प्रीमियम भुगतान की जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान सरकार ने अब तक के कार्यकाल में गत सरकार के बकाया राज्यांश प्रीमियम के साथ-साथ रबी 2020-21 तक के लिए समस्त राज्यांश प्रीमियम का भुगतान बीमा कम्पनियों को कर दिया है। खरीफ 2021 के लिए राज्यांश प्रीमियम भुगतान प्रक्रियाधीन है।
राज्य के नवाचारों को केन्द्र सरकार ने अपनाया
कटारिया ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को बेहतर बनाने के लिए निरन्तर नवाचार किए जा रहे हैं। शिकायतों के त्वरित निष्पादन के लिए बीमा कार्मिकों को जिला एवं तहसील में बैठने की व्यवस्था एवं एफएक्यू के रूप में लीफलेट वितरण जैसे नवाचारी कदम उठाए, जिन्हें केन्द्र सरकार की ओर से सभी राज्यों में अपनाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही दोहरे बीमे तथा गैर कृषि भूमि पर फसल बीमा को रोकने के लिए राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल का भू-अभिलेख के साथ एकीकरण किया गया है।
25 दिसम्बर तक चलेगा प्रचार अभियान
कृृषि आयुक्त डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि राज्य में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 7 बीमा कम्पनियों द्वारा फसल बीमा का काम किया जा रहा है। खरीफ में 19 तथा रबी में 17 फसलों का बीमा जिलों में बोई गई फसलों के हिसाब से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि योजना का रबी के लिए आगामी 25 दिसम्बर तक प्रदेशभर में लगभग 250 से ज्यादा वैनों के द्वारा लीफलेट वितरण, पोस्टर, बैनर, होर्डिंग, किसान गोष्टी एवं नुक्कड़ नाटक आदि के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान योजना से जुड़ सकें। उन्होंने कहा कि काश्तकार अपनी फसलों का बीमा समय पर कराएं और यदि बोई गई फसल में कोई परिवर्तन किया है, तो संबंधित बैंक से सम्पर्क कर 29 दिसम्बर तक इसमें अवश्य परिवर्तन करा लें।
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