यूरोप के वर्चस्व को चुनौती देंगे मेसी-नेमार

20 साल से रहा है यूरोपियन टीमों का दबदबा

यूरोप के वर्चस्व को चुनौती देंगे मेसी-नेमार

जब नेमार और लियोनल  मेसी की अगुवाई में ब्राजील और अर्जेंटीना अपनी दावेदारी पेश करने उतरेंगे तो दोनों देशों के सामने 20 साल से चले आ रहे यूरोपियन दबदबे को तोड़ने की चुनौती रहेगी।

दोहा। फीफा विश्वकप की शुरुआत से पहले ही विजेता को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। यह भी चर्चा का विषय है कि इस बार यूरोपियन दबदबा टूटेगा या नहीं। पिछले 20 सालों से यूरोपीय देशों ने फीफा   विश्वकप पर अपना एकाधिकार जमा रखा है। 2002 में अंतिम बार यूरोप से बाहर दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील विश्व चैंपियन बना था। तब से यूरोपीय देशों ने हर विश्वकप में खिताब के प्रबल दावेदार बनने के बावजूद ब्राजील और अर्जेंटीना को वर्ल्ड कप ट्रॉफी से दूर रखा है। कतर में जब नेमार और लियोनल  मेसी की अगुवाई में ब्राजील और अर्जेंटीना अपनी दावेदारी पेश करने उतरेंगे तो दोनों देशों के सामने 20 साल से चले आ रहे यूरोपियन दबदबे को तोड़ने की चुनौती रहेगी।

ब्राजील और अर्जेन्टीना फिर प्रबल दावेदार
सबसे ज्यादा पांच बार की वर्ल्ड कप चैंपियन ब्राजील और दो बार खिताब जीत चुकी अर्जेन्टीना इस बार भी खिताब जीतने के प्रबल दावेदारों में हैं। लेकिन देखना होगा कि  तेज तर्रार और आक्रामक शैली की ये दोनों टीमें रक्षात्मक और तकनीकि फुटबाल खेलने वाले यूरोपीय देशों को कैसे चुनौती दे पाते हैं। ब्राजील और अर्जेंटीना के अलावा उरुग्वे तीसरा दक्षिण अमेरिकी देश है, जिसने 1930 में पहला विश्व कप जीता था। इस बार भी लुई सुआरेज और एडिंसन कवानी जैसे दिग्गजों के साथ उरुग्वे चुनौती पेश कर रहा है लेकिन उसे खिताब के दावेदारों में नहीं गिना जा रहा है।

2002 तक रहा दक्षिण अमेरिकी देशों का दबदबा
2002 तक यूरोप और दक्षिण अमेरिकी देशों में खिताब को लेकर कांटे की टक्कर रहा करती थी। 2002 तक हुए 17 विश्वकप में नौ खिताब दक्षिण अमेरिकी देशों ने और आठ खिताब यूरोपीय देशों ने जीते थे लेकिन इसके बाद बाजी पलट गई। अब तक 12 बार यूरोपीय देश विश्व चैंपियन बन चुके हैं, जबकि दक्षिण अमेरिकी देश नौ खिताब से आगे नहीं बढ़े। 2002 के बाद से हुए चार विश्वकप में सिर्फ एक बार दक्षिण अमेरिकी टीम अर्जेंटीना फाइनल में जगह बना पाई है। 2014 में जर्मनी ने मेसी की मौजूदगी में अर्जेंटीना को 1-0 से हराया था। 2002 के बाद से विश्वकप पर यूरोपियन फुटबाल का पूरी तरह से दबदबा रहा है।

रूनी की नजर में ब्राजील-अर्जेन्टीना दावेदार
इंग्लैंड के स्टार फुटबालर वेन रूनी का कहना है कि अर्जेंटीना और ब्राजील इस बार विश्वकप जीतने में सक्षम हैं। फिर मेसी का यह पांचवां और अंतिम विश्वकप हो सकता है। उन्होंने अर्जेंटीना को अब तक एक भी विश्व खिताब नहीं दिलाया है। वह इस बार जीतने के लिए पूरी जान लगाएंगे। वहीं नेमार भी अगले वर्ष फरवरी में 31 साल के हो जाएंगे। विशेषज्ञ उनका भी यह अंतिम विश्वकप मान रहे हैं। उन्होंने भी ब्राजील को अब तक अपने खेलते हुए चैंपियन नहीं बनाया है। दोनों ही स्टार फुटबालर अपने देश के खिताबी सूखे को खत्म करना चाहेंगे।

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