जिरियाट्रिक वार्ड शुरू, पीडियाट्रिक यूनिट अभी बंद
कोविड के चलते नहीं हो रहा संचालन, जेके लोन में हो रहा उपचार, विभाग के आदेशों का इंतजार, अभी केवल ओपीडी का संचालन
न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पीडियाट्रिक यूनिट अभी भी बंद है। ऐसे में अस्पताल में बच्चों के लिए भर्ती की सुविधा नहीं है। ऐसे में अधिकांश मरीज जेके लोन में जा रहे है।
कोटा। न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार से जिरियाट्रिक विभाग भी शुरू हो गया है, लेकिन पीडियाट्रिक यूनिट अभी भी बंद है। ऐसे में अस्पताल में बच्चों के लिए भर्ती की सुविधा नहीं है। हालांकि, ओपीडी का संचालन है। लेकिन, भर्ती की सुविधाएं नहीं होने से मरीज नहीं जा पाते है। ऐसे में अधिकांश मरीज जेके लोन में जा रहे है। पीडियाट्रिक यूनिट भी जिरियाट्रिक के साथ बंद हुई थी। उस समय कोविड संक्रमण की शुरूआत हो गई थी, जिसके चलते विभाग ने आदेश जारी कर दोनों यूनिटों को बंद करने को कहा गया था। करीब दो साल के अंतर में जिरियाट्रिक यूनिट शुरू हो गई है। लेकिन, पीडियाट्रिक अभी भी शुरू नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि इसके लिए चिकित्सा विभाग की अनुमति लेनी होती है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इस संबंध में लिखा हुआ है, लेकिन विभाग की अनुमति नहीं मिली है। ऐसे में फिलहाल ओपीडी का संचालन हो रहा है। अधिकांश एक्सपर्ट जेके लोन में रहते है,जिसके चलते यहीं पर कम ही मरीज आते है।
गायनिक के लिए सुविधा
मेडिकल कॉलेज में पीडियाट्रिक यूनिट बंद है। साथ में भर्ती करने की सुविधा नहीं है, लेकिन गायनिक विभाग में पैदा हुए नवजातों को सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती है। ऐसे बच्चों के लिए चिकित्सक भी लगा रखे है। ये चिकित्सक राउंड भी करते है। हालांकि, ऐसी सुविधा अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों को बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज के पास मदर और चाइल्ड यूनिट बनाई जा रही है। इसको बनने में एक साल का समय लगेगा। ऐसे में एक साल में ही पीडियाट्रिक शुरू हो सकती है।
वृद्धजनों को मिली सुविधा
अस्पताल में मंगलवार से वरिष्ठ नागरिक जन विभाग की शुरुआत हो गई है। इसके शुरू होने से वृद्धजनों को सुविधा मिली है। क्योंकि, इनको उपचार के लिए पहले सामान्य मरीजों के साथ कतारों में लगना पड़ता था। पर्ची भी कतारों में लगकर कटवानी पड़ती थी। जांचों के लिए लैबोरट्री में जाना पड़ता था। अभी सभी सुविधाएं जिरियाट्रिक वार्ड में मिलने लगी है। इसकी प्रतिदिन की ओपीडी 150 से अधिक रहती है। हालांकि, मंगलवार को महाशिवरात्रि पर्व होने से कम ही मरीज आए थे। क्योंकि, अस्पताल का संचालन सुबह 9 बजे से 11 बजे तक हुआ था। फिर भी बुधवार को आउटडोर अच्छा रहने की संभावना है।
अभी यूनिट शुरू करने को लेकर स्थिति साफ नहीं है। क्योंकि, इसके लिए विभाग से अनुमति लेनी होती है। संभवत: मदर और चाइल्ड यूनिट तैयार होने पर इसको शुरू किया जा सकता है।
- डॉ. अमृता मयंगर, विभागाध्यक्ष, पीडियाट्रिक, मेडिकल कॉलेज
ये सभी विभागीय स्तर पर हो सकता है। अभी जिरियाट्रिक विभाग शुरू किया है। इसके शुरू होने से वृद्धजनों को सुविधाएं मिलने लगी है। - डॉ. चंद्रशेखर सुशील, अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज
मेडिकल कॉलेज में पीडियाट्रिक की ओपीडी का संचालन हो रहा है। गायनिक विभाग में जन्म लिए नवजातों को भी सुविधाएं दी जा रही है। यूनिट को भी जल्द शुरू करेंगे। - डॉ विजय सरदाना, प्राचार्य, न्यू मेडिकल कॉलेज, कोटा
Comment List