अरविंद केजरीवाल ने किया सीएए का विरोध, देश हित में नही है कानून

यह बड़े ही दुख की बात है

अरविंद केजरीवाल ने किया सीएए का विरोध, देश हित में नही है कानून

ऐसे में केंद्र सरकार महंगाई और बेरोजगारी का समाधान ढूंढने के बजाय सीएए की बात कर रही है तो यह बड़े ही दुख की बात है।

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप)के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू करने का विरोध करते हुए कहा कि यह कानून देश हित में नहीं है। केजरीवाल ने कहा कि मंगलवार को केंद्र की भाजपा सरकार ने देश में सीएए लागू करने की अधिसूचना जारी की। देश पर 10 वर्ष राज करने के बाद लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इन लोगों को सीएए की बात करनी पड़ रही है। अगर 10 वर्ष में कुछ अच्छा काम कर लेते तो आज सीएए की जगह अपने कामों पर देश की जनता से वोट मांग रहे होते। आज देश में सबसे बड़ी समस्या महंगाई और बेरोजगारी की है। देश में इतनी ज्यादा महंगाई हो गई है कि हर किसी को अपना घर चलाना मुश्किल हो गया है। पूरे देश में कमरतोड़ महंगाई हो गई है। उधर हमारे देश के युवा रोजगार के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उनके ऊपर डंडे और लाठियां बरसाई जा रही हैं। ऐसे में केंद्र सरकार महंगाई और बेरोजगारी का समाधान ढूंढने के बजाय सीएए की बात कर रही है तो यह बड़े ही दुख की बात है।

केंद्र की भाजपा सरकार का कहना है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगलादेश के अल्पसंख्यक अगर भारत की नागरिकता लेना चाहें तो उनको भारत की नागरिकता दे दी जाएगी। इसका मतलब है कि इन तीनों देशों से बड़ी संख्या में अल्पसंख्यकों को भारत में लाया जाएगा। उनको भारत में बसाया जाएगा, उनको रोजगार और घर दिए जाएंगे। यह कितनी अजीब बात है कि केंद्र की भाजपा सरकार को हमारे बच्चों को रोजगार नहीं दिए जा रहे हैं और वह पाकिस्तान से अल्पसंख्यकों को लाकर उनके बच्चों को रोजगार देना चाहती हैं। हमारे लोगों के पास तो घर नहीं हैं, भारत के ढेरों लोग बेघर हैं, लेकिन भाजपा के लोग पाकिस्तान से ढेरों लोगों को भारत में बसाकर उनको घर देना चाहते हैं।
केजरीवाल ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगलादेश में करीब ढाई से तीन करोड़ अल्पसंख्यक हैं। यह तीनों बहुत ही गरीब देश हैं। जैसे ही भारत के दरवाजे खुलेंगे, इन तीन देशों भारी भीड़ हमारे देश में आ जाएगी। अगर इन ढाई-तीन करोड़ में से डेढ़ करोड़ लोग भी भारत आ गए तो इनको रोजगार कौन देगा और भाजपा वाले इनकों कहां बसाएंगे। क्या भाजपा वाले इनको अपने घर में रखेंगे। कुछ लोगों का कहना है कि भाजपा का यह पूरा का पूरा खेल वोट बैंक बनाने की गंदी राजनीति है। एक तरफ भाजपा की हरियाणा सरकार हरियाणा के युवाओं को रोजगार देने में असमर्थ है। हरियाणा सरकार रोजगार के लिए अपने युवाओं इजराइल भेज रही है। हम सब जानते हैं कि इजराइल में युद्ध चल रहा है, एक तरह से हमारे बच्चों को युद्ध में ढकेला जा रहा है। अपने बच्चों के लिए तो रोजगार है नहीं और भाजपा वाले पाकिस्तानियों को भारत लाकर उनके बच्चों को रोजगार देना चाहते हैं। यह बात हमारी समझ से बिल्कुल परे है। भाजपा शायद पूरी दुनिया की अकेली पार्टी है जो पड़ोसी देशों के गरीब लोगों को अपने देश में घुसाने के लिए दरवाजे खोल रही है।
पिछले 10 सालों में 11 लाख से ज्यादा भारत के बड़े-बड़े अमीर उद्योगपति और व्यापारी देश छोड़कर विदेश चले गए। ये लोग भाजपा की गलत नीतियों और अत्याचार से तंग आकर भारत छोड़कर चले गए। अगर भाजपा को लाना ही है कि इन उद्योगपतियों को वापस भारत लेकर आए। इनके पास पैसा है। जब ये लोग भारत वापस आएंगे तो यहां पैसा निवेश करेंगे। नई-नई फैक्ट्रियां और व्यापार खोलेंगे। इससे हमारे बच्चों को रोजगार मिलेगा। यह क्या अजीब बात है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगलादेश के लोगो को लाकर भारत में बसाएंगे और हमारे बच्चों के हक का रोजगार उनको देंगे।

 

Tags: kejriwal

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