आधे नाले भी नहीं हुए साफ, ग्रेटर महापौर ने दिखाई सख्ती
नालों में दुबारा कचरा नहीं जा सके
अधिकारियों ने बताया कि निगम ग्रेटर में 250 नालों की सफाई कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा जिसमें से 244 नालों की सफाई कार्य प्रगतिरत है।
जयपुर। शहर में मानसून की बारिश का पानी सड़कों पर एकत्रित होने से आमजन की परेशानी का समय पर समाधान करने के लिए इस बार नगर निगम जयपुर ग्रेटर ने नालों की सफाई का काम समय से पहले जो शुरू कर दिया, लेकिन कार्य की प्रगति धीमा होने से अभी आधे नालों की भी सफाई नहीं हो पाई है। कार्य धीमा होने से महापौर ने गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को समय पर नालों की सफाई के निर्देश दिए है। निगम ग्रेटर मुख्यालय में जोन एवं मुख्यालय के अधीक्षण अभियन्ता, सभी अधिशाषी अभियन्ता, उपायुक्त गैराज के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने कहा कि निर्धारित समय पर नालों की सफाई का कार्य शुरू होने के बाद भी अभी तक आधे नालों की सफाई नहीं हो पाई है ऐसे में सभी नालों की समय पर सफाई कैसे होगी। इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग हो और सफाई के तुरंत बाद नालों से निकला हुआ कचरा भी उठ जाना चाहिए, जिससे नालों में दुबारा कचरा नहीं जा सके। उन्होंने कहा कि नालों की सफाई में जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि निगम ग्रेटर में 250 नालों की सफाई कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा जिसमें से 244 नालों की सफाई कार्य प्रगतिरत है।
सफाई के बाद नालों को बंद किया जाए
महापौर डॉ. सौम्या ने निर्देश दिए कि सफाई के लिए खोले गए नालों को सफाई के बाद सुरक्षित रूप से ढक्कन लगाकर बंद किया जाए, जिससे मानसून के दौरान किसी भी प्रकार की कोई भी अप्रिय घटना नहीं हो। इसके साथ ही उन्होंने सीवर शिकायतों का भी तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने क्षतिग्रस्त सीवर लाइनों के नवीनीकरण करने साथ ही मैंन हॉल के ढक्कन को मरम्मत करवाने तथा मैन हॉलों से मलबा निकलवाने के भी निर्देश दिए।
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