पक्षी मित्र योजना में बांधे परिंडे, छात्रों को दी पानी भरने की जिम्मेदारी
गर्मी में पक्षी इधर-उधर भटकते रहते हैं
गर्मी में पक्षी इधर-उधर भटकते रहते हैं। पानी नहीं मिलने की वजह से पक्षियों की मौत भी हो जाती है।
जयपुर। त्रिवेणी नगर स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में दर्शन विद्या शाखा द्वारा पक्षी मित्र प्रकल्प के अंतर्गत पक्षियों के लिए परिंडे लगाए गए तथा उनमें सुबह-शाम पानी भरने की जिम्मेदारी एक एक छात्र-छात्रा को सौंपी गई। दर्शनविद्याशाखा की समन्वयिका डॉ. रानी दाधीच ने बताया कि इस तपती धरती एवं भीषण गर्मी में पक्षियों को भी प्यास लगती है। गर्मी में पक्षी इधर-उधर भटकते रहते हैं। पानी नहीं मिलने की वजह से पक्षियों की मौत भी हो जाती है।
इसलिए प्रत्येक मनुष्य का कर्तव्य बनता है कि इन पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करे। मानवीयता की दृष्टि से देखें चाहे ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से देखें तो भी जल की व्यवस्था करवाना , प्याऊ खोलना ,पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करना मनुष्य के लिए बड़ा पुनीत कार्य है। इस मौके पर विश्वविद्यालय के निदेशक प्रो. वाई. एस. रमेश, डॉ. चेतन कुमार, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. शारदा मुखर्जी, डॉ. सुधाकर पांडे, डॉक्टर रजनीश कुमार पांडे तथा अन्य छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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