सवा साल में चौपट हो गई चौपाटी

21 में से मात्र एक ही दुकान हो रही संचालित : अधिकतर दुकानें जयपुर वासियों को देने से हुई बंद

सवा साल में चौपट हो गई चौपाटी

यहां वर्तमान में एक ही दुकान पूरे समय खुल रही है। जबकि दूसरी दुकान कभी-कभी ही खुलती है।

कोटा। नदी पार क्षेत्र के लोगों व कोचिंग स्टूडेंट को स्वादिष्ट भोजन  उपलब्ध करवाने के लिए राजस्थान आवासन मंडल द्वारा कुन्हाड़ी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में बनाई गई चौपाटी कुछ ही समय में चौपट हो गई है। करोड़ों  रुपए खर्च कर बनाई गई चौपाटी की 21 में से वर्तमान में मात्र एक ही दुकान संचालित हो रही है। अधिकतर दुकानें जयपुर वालों को आवंटित होने से वे बंद हो गई है। शहर के मध्य शॉपिंग सेंटर स्थित चौपाटी के बाद नदी पार क्षेत्र विकसित हो रही कॉलोनियों के लोगों और लैंड मार्क स्थित कोचिंग के स्टूडेंट को स्वादिष्ट व फास्ट फूड समेत अन्य व्यंजन उपलब्ध करवाने के लिए हाउसिंग बोर्ड ने कुन्हाड़ी में चौपाटी में बनाई थी।  करीब 5.80 करोड़ रुपए की लागत से यहां 17 दुकानें व 4 कियोस्क समेत 21 दुकानें शुरु की गई थी। 9 जुलाई 2023 को तत्कालीन स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने इस चौपाटी का उद्घाटन किया था। लेकिन हालत यह है कि इसे शुरु हुए डेढ़ साल भी नहीं हुआ कि अधिकतर दुकानें बंद हो गई।  हालांकि इस बार कोचिंग स्टूडेंट की संख्या पहले से काफी कम है। लेकिन उसके बावजूद भी स्टूडेंट यहां आ रहे है। उनसे ही यह चौपाटी चल रही है। यहां वर्तमान में एक ही दुकान पूरे समय खुल रही है। जबकि दूसरी दुकान कभी-कभी ही खुलती है। 

अभी भी प्रवेश टिकट 10 रुपए
चौपाटी की अधिकतर दुकानें बंद हो गई है। उसके बाद भी हाउसिंग बोर्ड की ओर से यहां आने वालों से प्रवेश टिकट के 10 रुपए वसूल किए जा रहे है। लोग यहां आना भी चाहते है लेकिन 10 रुपए का टिकट लेने के बाद भी उन्हें अंदर चौपाटी पर एक ही दुकान पर जो मिल रहा है वह खाकर जा रहे है। जिससे स्टूडेंट के अलावा आमजन यहां कम आ रहे है। जानकारों का कहना है कि अब यहां म्यूजिक सिस्टम भी नहीं चल रहा है। 

अधिकतर दुकानदार जयपुर के
चौपाटी में 21 में से वर्तमान में 1 ही दुकान सही ढंग से व पूरे समय खुल रही है। वह भी कोल्ड ड्रिंक्स व जूस की है। इसी दुकान पर अभीकुछ समय से फास्ट फूड भी मिलने लगे है। जबकि अधिकतर दुकानदार जयपुर के थे। जिससे  कुछ हीसमय बाद वे एक-एक कर दुकानें बंद कर गए। ऐसे में पूरी चौपाटी पर एक तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है।  चौपाटी के सुपर वाइजर सत्य नारायण बैरवा ने बताया कि यहां अधिकतर दुकानदार जयपुर में चौपाटी संचालित करने वाले ही थे।उन्हें अनुभव केआधार पर यहां दुकानें आवंटित की गई थी। शुरुआत में तो यहां लोगों की काफी भीड़ रही। लेकिन बाद में लोग कम होने से अधिकतर दुकानदार दुकानें बंद कर गए। कुछ समय पहले तक संचालित हो रही तीन दुकानें भी बंद हो गई है। वर्तमान में यहां सिर्फ 2 ही दुकानें चल रही है। 

हाउसिंग बोर्ड अधिकारियों का ध्यान ही नहीं
चौपाटी पर वर्तमान में एक मात्र संचालित दुकान के मालिक वैसे तो जयपुर के रहने वाले हैं लेकिन पिछले कई साल से कोटा में ही रह रहे है। दुकानदार परमानंद शर्मा ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों की लापरवाही से यहां दुकानें बंद हो गई है।  अधिकारियों ने इसे शुरु करने के बाद यहांआकर देखा तक नहीं। दुकानें बंद होने के बाद भी लोगों से 10 रुपए प्रवेश टिकट वसूला  जा रहा है। जिससे लोग आने से कतराने लगे हैं।  शर्मा ने बताया कि उन्होंने 5 साल की लीज पर 16 हजार रुपए महीना किराए में दुकान ली है। लेकिन लोगों के नहीं आने से दुकान का किराया व खर्चा ही नहीं निकल रहा। यही कारण है कि दुकानें धीरे-धीरे बंद हो गई। शर्मा का कहना है कि वे यहां की दुकानों को शुरु करवाने के लिए जयपुर में हाउसिंगग बोर्ड कमिश्नर तक को लिखित में पत्र दे चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हालांकि बाहर से आने वाले लोग चौपाटी की दुकानों का स्वाद लेना चाहते हैं लेकिन अधिकारियों की अनदेखी से यह बंद होने के कगार पर है।  शर्मा ने बताया कि जिस कीमत पर वाहर की दुकानों पर सामान मिल रहा है उसी कीमत पर वे दे रहे है। साथ ही 100 रुपए या उससे अधिक की खरीदारी करने पर 10 रुपए का टिकट शुल्क भी वह स्वयं वहन कर रहे है। 

Read More 12 लाख की ड्रग सहित तीन गिरफ्तार, 3 मोबाइल फोन बरामद

- 1984.93 वर्ग मीटर दुकान का एरिया
- 5.80 करोड़ रुपए कुल लागत
- 21 दुकानें कुल 
- 01 दुकान संचालित वर्तमान में 
- 150 लोगों की बैठक क्षमता

Read More मातृभाषा गौरव को अपने राष्ट्र निर्माण का मूल आधार मानना होगा: देवनानी 

व्यवस्था के लिए टिकट लगाया हुआ
चौपाटी की व्यवस्था देख रहे सुपरवाइजर कम प्रबंधक सत्य नारायण बैरवा ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड ने तो अच्छी व्यवस्था के लिए यहां चौपाटी शुरु की थी। लेकिन शुरुआती कुछ महीनों के बाद अधिकतर बाहरी दुकानदार होने से उनका खर्चा अधिक और कमाई कम होने से उन्हेंनुकसान होने लगा। जिससे अधिकतर दुकानें बंद हो गई है। टिकट तो व्यवस्था के लिए लगाया हुआ है। जिससे जिन्हेंयहां आना है वहीं आते है। नि:शुल्कप्रवेश होने से सभी तरह के लोग अनावश्यक यहां आ जाएंगे। जिससे वे यहां न्यूसेंस करेंगे। साथ ही यहां तैनात स्टाफ का खर्चा और साफ सफाई के लिए टिकट लगाना आवश्यक है। 

Read More क्रिसमस : चर्च में धूमधाम का माहौल, बाजारों और गलियों में भी चहल-पहल

कार्यवााहक उप आवासन आयुक्त ने नहीं दिया जवाब
चौपाटी पर अधिकतर दुकानें बंद होने व इसका कारण जानने के लिए जब हाउसिंग बोर्ड के कार्यवाहक उप आवासन आयुक्त अमजद अहमद से फोन पर सम्पर्क किया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। वाट्सअप पर मैसेज करने के बाद भी उसका कोई जवाब नहीं दिया। 

Post Comment

Comment List

Latest News

कांग्रेस नेताओं के बयानों से भड़की आप, भाजपा के साथ मिलीभगत का लगाया आरोप कांग्रेस नेताओं के बयानों से भड़की आप, भाजपा के साथ मिलीभगत का लगाया आरोप
कांग्रेस ने दिल्ली में आप के प्रमुख अरविंद केजरीवाल का पूर्व में साथ देकर गलती की, जिसका खामयाजा पार्टी को...
कांग्रेस कमेटियों में बढ़ेगी पदाधिकारियों की संख्या, जिलाध्यक्षों से मांगे जाएंगे प्रस्ताव
डीएलबी निदेशालय के बाहर भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन पर बैठे लोग, अधिकारियों पर लगाया आरोप
राजस्थान हाईकोर्ट को मिलने वाले हैं 3 न्यायाधीश
विदेशी ताकतों के इशारे पर भारत को तोड़ने वाले नक्शे लाई है कांग्रेस : सुधांशु 
इतिहास से वर्तमान तक युवा ऊर्जा ने देश की प्रगति में निभाई बड़ी भूमिका : मोदी
लिफ्टिंग मशीन से हर महीने बचा रहे 100 गौवंश की जान