अजमेर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस का रहा हैं दबदबा
राजस्थान के अजमेर लोकसभा क्षेत्र में अब तक हुए लोकसभा चुनावों में सर्वाधिक नौ बार बाजी मारकर अपना दबदबा रखा है।
अजमेर। राजस्थान के अजमेर लोकसभा क्षेत्र में अब तक हुए लोकसभा चुनावों में सर्वाधिक नौ बार बाजी मारकर अपना दबदबा रखा है।
लोकसभा आम चुनाव-2024 के तहत अजमेर लोकसभा क्षेत्र में दूसरे चरण में आगामी 26 अप्रैल को मतदान कराया जाएगा। यहां भाजपा से सांसद भागीरथ चौधरी को फिर से उम्मीदवार बनाया गया है जबकि कांग्रेस ने नया चेहरे अजमेर डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा है।
अजमेर लोकसभा क्षेत्र में एक उपचुनाव सहित अब तक 17 चुनाव हो चुके हैं और इनमें कांग्रेस नौ बार, भाजपा सात बार जबकि लोकदल एक बार चुनाव जीता है। वर्ष 1957 एवं 1962 में कांग्रेस के मुकुटबिहारी लाल भार्गव ने चुनाव जीता। इसके बाद 1967 एवं 1971 में कांग्रेस के विश्वेश्वर नाथ भार्गव चुनाव जीते। लगातार चार बार कांग्रेस की जीत को वर्ष 1977 में लोकदल प्रत्याशी श्रीकरण शारदा ने तोड़ा और सांसद निर्वाचित हुए।
वर्ष 1980 एवं 1984 के लोकसभा चुनाव में जीत फिर कांग्रेस के खाते में गई और 1980 में कांग्रेस के आचार्य भगवान देव तथा।984 में विष्णु मोदी ने चुनाव जीता। इसके बाद वर्ष 1989, 1991 एवं 1996 में भाजपा के रासा सिंह रावत ने जीत की हैट्रिक बनाई। इसके बाद वर्ष 1998 में कांग्रेस की डा. प्रभा ठाकुर ने चुनाव जीता। इसके बाद रावत ने वर्ष 1999 एवं 2004 में फिर लगातार दो बार यहां से लोकसभा चुनाव जीता। रावत अजमेर से सर्वाधिक पांच बार सांसद रहे।
वर्ष 2009 के चुनाव में कांग्रेस के युवा सचिन पायलट ने भाजपा की किरण माहेश्वरी को हराकर भाजपा की जीत को रोकने में सफलता हासिल की। वर्ष 2014 में भाजपा से प्रोफेसर सावंरलाल जाट ने भाजपा के पक्ष में परचम फहराया। लेकिन बाद में जाट के निधन होने के बाद वर्ष 2018 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने फिर बाजी मार ली और कांग्रेस डा. रघु शर्मा ने उपचुनाव जीता। वर्ष 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने उद्योगपति रिजु झुंझुंनवाला को भाजपा के भागीरथ चौधरी के सामने चुनाव मैदान में उतारा लेकिन झुंझुंनवाला चौधरी के सामने चुनाव हार गए। इस बार भाजपा ने चौधरी पर फिर भरोसा जताया है। हालांकि चौधरी गत विधानसभा चुनाव हार चुके हैं।
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