उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार में भाजपा विपक्षी दलों से काफी आगे
विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं ने अभी तक मतदान वाले इलाकों की सुधि नहीं ली है
पार्टी के शीर्ष प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तीन बड़ी चुनावी रैलियां करनी थीं। जिसका शुभारंभ वह 31 मार्च को मेरठ से कर चुके हैं।
सहारनपुर। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ भाजपा ने प्रचार में बढ़त बना ली है वहीं विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं ने अभी तक मतदान वाले इलाकों की सुधि नहीं ली है। पहले चरण में 19 को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ सीटों के लिए मतदान होना है। जिसका प्रचार रामनवमी के दिन बंद हो जाएगा। इस तरह से चुनाव प्रचार के लिए 12 दिन ही बचे हैं। भाजपा चुनाव प्रचार में अपने विपक्षी दलों पर एकतरफा बढ़त बनाए हुए हैं। पार्टी के शीर्ष प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तीन बड़ी चुनावी रैलियां करनी थीं। जिसका शुभारंभ वह 31 मार्च को मेरठ से कर चुके हैं।
सैनी समाज की अच्छी-खासी तादाद
प्रधानमंत्री मोदी सहारनपुर में दिल्ली रोड़ स्थित राधा स्वामी सेंटर पर जनसभा को संबोधित करेंगे। एसपीजी सहारनपुर में डेरा डाल चुकी है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सभास्थल का मुआयना कर चुके हैं। सहारनपुर जिले में सैनी समाज और उत्तराखंड़ियों की अच्छी-खासी तादाद है। प्रधानमंत्री अगली चुनावी सभा मुरादाबाद मंड़ल में प्रस्तावित है। भाजपा की ओर से गृहमंत्री अमित ने एक दिन पूर्व सभाएं की थीं।
जयंत अपने प्रभाव वाली सभी सीटों पर कर रहे प्रचार
उत्तर प्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य भी पश्चिम के चुनाव क्षेत्रों का दौरा करके जा चुके हैं। सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सहारनपुर में डेरा डाले हुए हैं। प्रदेश भाजपाध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी पश्चिम के सभी जिलों में चुनाव मंथन कर चुके हैं। इस तरह से भाजपा ने अपने पक्ष में चुनावी माहौल को गरमा दिया है। कार्यकर्त्ताओं और मतदाताओं को ज्यादा से ज्यादा मतदान के लिए प्रेरित करने का काम किया, जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेता अभी कहीं भी चुनाव प्रचार के नहीं निकल पाए हैं।
जानकारी के मुताबिक सपा, बसपा, कांग्रेस नेता मुसलमानों का रमजान का पवित्र महीना चलने के कारण चुनाव प्रचार में नहीं कूदे हैं। रमजान के बाद विपक्षी नेताओं के चुनाव प्रचार में कूदेंगे। पहले चरण में प्रचार के लिए उनके पास मुश्किल से पांच दिन बचेंगे। तब तक भाजपा अपना प्रचार अभियान पूरा कर चुकी होगी। इस चुनाव में रालोद का भाजपा के साथ गठबंधन है। रालोद के उम्मीदवार भले ही केवल दो सीटों बिजनौर और बागपत पर चुनाव मैदान में हो लेकिन जयंत चौधरी अपने प्रभाव वाली सभी सीटों पर प्रचार के लिए जा रहे हैं।
विपक्ष उम्मीदवारों को अदलने-बदलने में ही अपनी ऊर्जा खपा रहे
जयंत चौधरी की मौजूदगी से भाजपा का जाटों में समर्थन बढ़ा दिखता है। अमित अपने संबोधनों में राम मंदिर, जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने का उल्लेख कर रहे हैं तो जयंत चौधरी किसानों और मजदूरों को उनका हक दिलानें के लिए विश्वास दिला रहे हैं। जयंत चौधरी चुनावी सभाओं में चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जता रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा नेता भगवा लहर बनाने और उसकी धारा तेज करने प्राणपन से जुटे हैं जबकि विपक्षी नेता अपने उम्मीदवारों को अदलने-बदलने में ही अपनी ऊर्जा खपा रहे हैं। उनका मुख्य फोकस अपने कार्यकर्त्ताओं को संगठित और सक्रिय करने और मतदाताओं से घर-घर जाकर जनसंपर्क करने में लगा है। इस तरह से अब देखना यह है कि विपक्षी दल भाजपा से चुनाव प्रचार में पिछड़ने के बावजूद कम समय में कैसें अपने उम्मीदवारों की स्थिति सुदृढ़ कर पाते हैं।
Comment List