श्वानों के काटने के बढ़ते मामले से क्षेत्रवासी दहशत में
डॉग बाइट्स के सालभर में 250 मामले : श्वानों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही
प्रशासन को इस गंभीर समस्या के लिए कई बार अवगत कराया गया।
रावतभाटा। संपूर्ण रावतभाटा क्षेत्र में आवासीय परिसर कॉलोनी हो या बाहरी क्षेत्र सभी जगह श्वानों के लोगों के काटने के मामले तेजी से बढ़ रहे है। जिससे लोग अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे है। श्वानों की बढ़ रही जनसख्ंया भी चिंता का विषय है। शहर में 15 से 20 डॉग्स बाइट्स के मामले हर महीने अस्पताल पहुंच रहे हैं। जिनमें डॉग बाइट्स के कुछ गंभीर मामले भी सामने आए। सालभर में 250 मामले डॉग बाइट्स के हो चुके है। अभिभावकों द्वारा छोटे बच्चों को लेकर चिंता और भय बना रहता है। बच्चों द्वारा बाहर स्कूल और खेलने जाने पर श्वानों द्वारा छोटे बच्चों पर कई बार हमला करके काट लिया गया। कुछ श्वानों में तो अत्यधिक क्रोध तक देखा गया। जिसमें उनके द्वारा गाय के बछड़े को पूरी तरह से नोच डाला गया प्रशासन को भी इस गंभीर समस्या के लिए कई बार अवगत कराया गया।
नसबंदी करवा कर किया जा सकता है नियंत्रण
गैर सरकारी सेवा संस्थान और पशु प्रेमी फरी फ्रेंड्स रेस्क्यू की प्रभारी प्रीति मलिक और उनकी टीम ने बताया कि श्वानों की बढ़ती जनसंख्या को वेटरिनरी विभाग और एनजीओ द्वारा स्टेरलाइजेशन या नसबंदी करवा कर नियंत्रित किया जा सकता है। जिससे डॉग्स बाइट के मामलों में भी कमी आएगी और सही इलाज के चलते भी नियंत्रित रहेगी।
- प्रीति मलिक
मेरे परिचित व्यक्ति पर श्वानों ने हमला किया। जिसे बाद में अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया।
- पवन टांक, नगर वासी
मेरे मित्र मयंक को श्वानों ने काट लिया और उसके उपचार के लिए चार इंजेक्शन तक लगे।
- प्रथम कुमार, स्कूली छात्र
छोटे बच्चों को घर से बाहर निकालने में भी डर लगता है कि क्या पता कौन सा श्वान बच्चों पर हमला कर दे।
- हेमेंद्र परिहार, पुलिसकर्मी
हर महीने 15 से 20 डॉग बाइट्स के मामले निरंतर अस्पताल में आ रहे हैं। जिनमें कुछ
गंभीर स्थिति में भी देखे गए। श्वानों की बढ़ती जनसंख्या को रोकने के लिए वेटरिनरी विभाग और प्रशासन द्वारा स्टेरलाइजेशन या नसबंदी करके रोकथाम की जा सकती है।
- डॉक्टर अनिल जाटव, मुख्य ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी
दो साल से निरंतर इस समस्या को उठाते हुए पालिका प्रशासन को दर्जनों शिकायत दी गई। परंतु आज तक प्रशासन और वेटरनरी विभाग द्वारा किसी भी तरह की कोई भी व्यवस्था नहीं की गई।
- मनीष गिरी, पार्षद
पशु प्रेमी प्रीति मालिक द्वारा ज्ञापन दिया गया है। सरकार द्वारा जारी आदेशों के अंतर्गत सभी विभागों को बुलाकर बैठक कर समस्या का समाधान निकाला जाएगा।
- महेश गगोरिया, उपखंड अधिकारी
स्टेरलाइजेशन करके श्वानों की बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए विभाग द्वारा हर प्रयास किया जाएगा।
- डॉ. सुनील साल्वे, मुख्य ब्लॉक पशु चिकित्सक
उपखंड अधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार नगर पालिका प्रशासन हर संभव प्रयास करेगा। जिससे श्वानों की समस्या का समाधान हो सके।
- महेश नागर, नगर पालिका अधिशासी अभियंता
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