परेशानी: रविवार को नहीं चलती सुपर स्पेशियलिस्ट की ओपीडी
डॉक्टर और स्टॉफ मिले तो बड़ सकती है ओपीडी की संख्या
सुपर स्पेशियलिस्ट अस्पताल में वर्तमान में 9 यूनिट की ओपीडी संचालित हैं।
कोटा। कोटा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पास साल 2019 में शुरु हुए सुपर स्पेशियलिस्ट हॉस्पिटल में 6 साल बाद भी रविवार को ओपीडी बंद रहती है। ओपीडी बंद रहने के कारण कई मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पाता है। जबकि सरकार की ओर सुपर स्पेशियलिस्ट ब्लॉक की शुरूआत ही मरीजों को विश्व स्तरीय सुविधाएं देने के लिए की गई थी। ताकि कोटा के आस पास के क्षेत्र के मरीजों को गंभीर बिमारी के इलाज के लिए जयपुर या दिल्ली न जाना पड़े। लेकिन ब्लॉक में अभी भी स्पेशियलिस्ट विभागों की मात्र 9 ही यूनिट संचालित हैं। ऐसे में इन यूनिटों द्वारा ही ओपीडी, आईपीडी, आॅपरेशन थियटर और कैथलेब चलाने के कारण हॉस्पिटल में ओपीडी की संख्या तो कम है ही बल्कि रविवार को ओपीडी बंद ही रहती है।
वर्तमान में हफ्ते में 6 दिन 9 यूनिट की ओपीडी
सुपर स्पेशियलिस्ट अस्पताल में वर्तमान में 9 यूनिट की ओपीडी संचालित हैं। जिनमें कार्डियोलॉजी, ग्रेस्टोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलोजी, पीड्रियाट्रिक सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, इन्फट्रिलिटी, यूरोलॉजी, सीटीवी (कार्डियो, थोरासिस, वेस्कुलर) सर्जरी, आॅनकोलॉजी सर्जरी व एंडोक्रायोनोलोजी सहित 9 ओपीडी संचालित हैं। इनमें कार्डियोलोजी की सोमवार, बुधवार, शनिवार को, ग्रेस्ट्रोलॉजी की सोमवार और शुक्रवार को, न्यूरोलॉजी की मंगलवार व शनिवार को, न्यूरोसर्जरी की गुरूवार को, नेफ्रोलॉजी और पीड्रियाट्रिक सर्जरी की मंगलवार को, प्लास्टिक सर्जरी की सोमवार और बुधवार को, इन्फट्रिलिटी की गुरुवार को, यूरोलॉजी की सोमवार व शनिवार को, सीटीवी सर्जरी व आॅनकोलोजी की बुधवार और शुक्रवार को तथा एन्डोक्रायोनोलॉजी की मंगलवार और गुरुवार को ओपीडी संचालित होती है। इन सभी विभाग में मात्र एक एक यूनिट ही मौजूद है जिसके द्वारा ही ओपीडी और आईपीडी से संबंधित कार्य किए जाते हैं।
अतिरिक्त यूनिट मिले तो बढ़ सकती है ओपीडी
अभी अस्पताल में मौजूद सभी यूनिट की ओपीडी पूरी तरह से संचालित हैं। जिसके बाद रविवार के लिए कोई यूनिट नहीं बचती है वहीं यूनिट के डॉक्टर को ओपीडी देखने के साथ साथ वार्ड, आॅपरेशन और कैथलेब भी देखनी होती है। जिसके चलते रविवार को ओपीडी नहीं चल पाती। वहीं एनएमसी के नियमों के मुताबिक अस्पताल में किसी भी नई यूनिट को शुरू करने के लिए एक प्रोफेसर, एक एसोसिएट, एक असिस्टेंट की आवश्यकता होती है। अधीक्षक निलेश जैन ने बताया कि सुपर स्पेशियलिस्ट अभी शुरूआती दौर में हैं अभी अस्पताल अपने फुल फेज में संचालित नहीं हुआ है। जिसकी क्षमता को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
ओपीडी का नहीं मिल रहा लाभ
सभी अस्पतालों में रविवार को भी ओपीडी संचालित होती है केवल सुपर स्पेशियलिस्ट अस्पताल में ही ओपीडी बंद रहती है। यहां भी ओपीडी चलने लगे तो वर्तमान से अधिक मरीजों को इसका लाभ मिल सकता है।
- पुष्पेंद्र सुमन, दादाबाड़ी
एक दो बार रविवार को सुपर स्पेशियलिस्ट अस्पताल की ओपीडी में दिखाने गया लेकिन हर बार बंद मिली जिसके बारे में पूछा तो डॉक्टर न होने का जवाब मिला। सुपर स्पेशियलिस्ट अस्पताल में ही ओपीडी संचालित नहीं है तो मरीजों को इलाज कैसे संभव है।
- मोहम्मद नदीम, विज्ञान नगर
इनका कहना है
अस्पताल में मौजूद यूनिट के अनुसार ओपीडी संचालित की जा रही है, नई ओपीडी शुरु करने के लिए अतिरिक्त यूनिट की आवश्यकता होगी। जिसके लिए सरकार को पत्र लिखा हुआ है। यूनिट के लिए वार्ड और स्टॉफ मिलने पर ओपीडी शुरु कर दी जाएगी।
- निलेश जैन, अधीक्षक, सुपर स्पेशियलिस्ट अस्पताल
9 विभाग के लिए 180, आईसीयू, डायलिसिस और ओटी के लिए 20 बेड मौजूद
सुपर स्पेशियलिस्ट अस्पताल की वर्तमान में बेडों की कुल क्षमता 200 है जिसमें अभी 9 विभागों की प्रत्येक यूनिट के लिए 20 बेड हैं जिनकी कुल संख्या 180 है। वहीं आईसीयू, डायलिसिस और ओटी जैसे विभागों के लिए 20 बेड मौजूद हैं। ऐसे में नई यूनिट शुरू करने पर प्रत्येक यूनिट के लिए 20 बेडों की आवश्यकता होगी। वर्तमान में अस्पताल में इसके लिए संभावना मौजूद है, अस्पताल में नई युनिट के शुरू होने से कोटा और आसपास के क्षेत्र के कई मरीजों को इसका लाभ मिल सकेगा। वर्तमान में ओपीडी की संख्या कम होने से गिने चुने लोग ही सुपर स्पेशियलिस्ट में इलाज करा पाते हैं।
Comment List