पानी भरने वाली जगहों पर बनाए जाएंगे वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम : सुराणा
वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम विकसित किया जाएगा
ऐसे में तेज बारिश आने पर कुछ समय तक सड़क पर पानी भर जाता है। ऐसे में भूतल में पानी रिचार्ज हों, इसके लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम विकसित किया जाएगा।
जयपुर। नगर निगम जयपुर हेरिटेज आयुक्त अभिषेक सुराणा ने कहा कि मानसून के दौरान ऐसे स्थानों को चिह्नित किया जाएगा, जहां बारिश के दौरान पानी भरने से आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि ऐसे स्थानों को चिह्नित कर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाए जाएंगे। निगम हेरिटेज आयुक्त सुराणा ने कहा कि वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से शहर में बारिश का पानी भरने से संभावित दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के साथ ही पानी जमीन से जाने से भूतल का पानी भी रिचार्ज होगा। आयुक्त ने मानसून पूर्व तैयारियों को लेकर शहर के विभिन्न इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने निगम अधिकारियों के साथ स्टेच्यू सर्किल, परिवहन मार्ग, सर्किट हाउस, सिविल लाइंस फाटक, जयसिंह हाईवे, रेलवे स्टेशन के बाहर पानी भरने वाली जगहों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान निगम अधिकारियों ने बताया कि इन जगहों पर सड़क काफी नीचे है, साथ ही यहां पानी निकास की जगह कम है। ऐसे में तेज बारिश आने पर कुछ समय तक सड़क पर पानी भर जाता है। ऐसे में भूतल में पानी रिचार्ज हों, इसके लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम विकसित किया जाएगा।
आपदा प्रबंधन व्यवस्था देखी
आयुक्त सुराणा ने लंकापुरी, शास्त्री नगर, खानिया बंधा, जवाहर नगर कच्ची बस्ती सहित शहर में निचले इलाकों का भी निरीक्षण किया। तेज बारिश में जनजीवन प्रभावित नहीं हों, इसके लिए निगम की ओर से आपदा राहत के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने नियंत्रण कक्षों पर की जा रही तैयारियों का निरीक्षण करते हुए मिट्टी के कट्टों की पर्याप्त व्यवस्था करने के साथ ही मड पम्म, ट्रैक्टर, रस्सी, टार्च सहित अन्य संसाधन दुरूस्त रखने के निर्देश दिए।
नालों का भी किया निरीक्षण
सुराणा ने वार्ड 31 और 32 के लंकापुरी में नाले की सफाई का निरीक्षण किया। इसके अलावा सूरजपोल अनाज मण्डी के पास नागतलाई नाले का भी निरीक्षण किया और क्षतिग्रस्त नालों की जल्द मरम्मत करने के निर्देश दिए। आयुक्त ने नाले के बाहर पड़े मलबे को जल्द हटाने के भी निर्देश भी दिए।
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