समस्या: लाखेरी अस्पताल में डॉक्टरों का टोटा, मरीजों का बढ़ रहा दर्द

मरीजों को करना पड़ रहा है इंतजार

समस्या: लाखेरी अस्पताल में डॉक्टरों का टोटा, मरीजों का बढ़ रहा दर्द

शहर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ट्रोमा सेंटर लाखेरी में काफी समय से चिकित्सक की कमी के चलते यहां पर आने वाले रोगियों और घायल को उपचार दौरान परेशानी का सामना करना पड़ता है।

लाखेरी। लाखेरी अस्पताल में डॉक्टरों की कमी का खामियाजा मरीजों और तीमारदारों को भुगतना पड़ रहा है। मरीजों को घंटों डॉक्टरों को चेकअप के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। वर्तमान में अस्पताल में 600 से अधिक रोगियों का आउटडोर चल रहा । ऐसे में अस्पताल में स्वीकृत 11 चिकित्सक के पदों में से महज तीन चिकित्सक सेवा दे रहे है। जिसमें एक दंत चिकित्सक और दो सामान्य चिकित्सक शामिल है। शहर की 35000 हजार से अधिक आबादी और आसपास के गांवों  से मरीज अस्पताल पहुंचते है।   शहर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ट्रोमा सेंटर लाखेरी में काफी समय से चिकित्सक की कमी के चलते यहां पर आने वाले रोगियों और घायल को उपचार दौरान परेशानी का सामना करना पड़ता है। बरसों से यहां पर चिकित्सक की कमी का दंश झेल रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व टोमा सेंटर में आने वाले रोगी परेशानी में है। यहां पर कोटा लालसोट मेगा हाईवे पर आए दिन हो रही सड़क दुर्घटना के घायलों को भी चिकित्सालय पर लाया जाता है लेकिन चिकित्सक  की कमी के चलते घायलों को समय पर उपचार नहीं मिल पाता है। यहां से सीधे बूंदी रैफर कर दिया जाता है जिससे उनकी जान पर बनी रही है। यहां वर्तमान में सुबह आउटडोर के समय दो चिकित्सक तीन चार नर्सिंगकर्मी दिन रात की शिफ्ट में मात्र दो दो नर्सिंग स्टाफ काम कर रहे हैं। 

दवा काउंटर भी होती है दिक्कत
दवा वितरण केंद्र प्रभारी को अन्य की भी जिम्मेदारी दे रखी है जिससे यहां दवा वितरण केंद्र पर ध्यान नहीं दे पाता 500 लोगों के लिए एक काउंटर होने के चलते वहां पर भी मरिजो को परेशानी का सामना करना पड़ता है।  वैसे तो अस्पताल पर दवा वितरण के दो काउंटर बना रखे हैं जिससे मरीज को परेशानी ना हो लेकिन एक दवा काउंटर पर दवा वितरण की जाने के कारण मरीजों को काफी तकलीफों से गुजरना पड़ता है । 

गंभीर मरीज दर्द से कराहते रहे
अस्पताल में मंगलवार को भी 600 का आउटडोर था। ऐसे में पर गंभीर मरीज व अन्य मरीज चिकित्सक का इंतजार करने में मजबूर होना पड़ रहा है। कई मरीज दर्द से चिल्ला रहे थे वह कहीं दूर से आने के कारण गंभीर हालत में टेबल पर लेटे हुए थे। इस प्रकार के हालात अस्पताल पर चिकित्सक कमी के कारण  बने हुए हैं।  वहां पर मौजूद मरीज पूर्व सरपंच बुद्धि प्रकाश मीणा, बद्रीलाल, शांतिलाल, कन्हैयालाल पारेता, बाबूलाल सैनी, हरिओम पंवार, मयंक पारेता, योगेश,   जगदीश आदि ने बताया कि एक माह में इस प्रकार के हालात कई बार होते हैं फिर भी कोई जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे है जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

इनका कहना है 
सरकार का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ट्रोमा सेंटर है। यहां की व्यवस्था को सुचारू रखना हमारा कार्य है जो हमारे द्वारा किया जा रहा है।   वर्तमान में चार चिकित्सक में से एक दन्त चिकित्सक व एक चिकित्सक अवकाश पर होने के चलते अस्पताल पर दो चिकित्सक को ही दिन रात मरीजों को देखना पड़ रहा है। कभी एक चिकित्सक को ही सेवा देना पड़ती है। समस्या को उच्च अधिकारी को अवगत करा रखा है। 
-  वेदांती सक्सेना, चिकित्सा प्रभारी लाखेरी 

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