पहली बार होगा हिंदी ‘ओलंपियाड’, स्कूलों में भी अब हिंदी होगी समृद्ध
राजस्थान में होगी पहल; हिंदी, संस्कृति और वैदिक ज्ञान को स्कूलों में बढ़ावा देने के लिए लिया निर्णय
सरकार ने हिंदी और भारतीय ज्ञान, संस्कृति और वैदिक ज्ञान को स्कूलों में बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया है, जिसमें सरकारी स्कूल के साथ ही निजी स्कूलों के बच्चे शामिल होंगे।
जयपुर। राजस्थान के बच्चों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। प्रदेश में अब पहली बार हिंदी ओलंपियाड होगा। इसमें प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार दिया जाएगा। ऐसा राजस्थान में पहली बार हो रहा है। सरकार ने हिंदी और भारतीय ज्ञान, संस्कृति और वैदिक ज्ञान को स्कूलों में बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया है, जिसमें सरकारी स्कूल के साथ ही निजी स्कूलों के बच्चे शामिल होंगे। इससे हिंदी समृद्ध होगी।
स्कूल के कक्षा 1 से 10 तक के बच्चे होंगे शामिल
आनलाइन सामग्री हिंदी ओलंपियाड की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दी है। कक्षा 1 से 10 तक के बच्चे प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे। इसके अलावा कक्षा 1 और 2 की प्रतियोगिता केवल एक ही चरण में होगी। प्रथम चरण की प्रतियोगिता में 80 फीसदी अंक लाने पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले दूसरे चरण में भाग ले सकेंगे। दोनों ही चरणों में प्रशस्ति पत्र, पदक आदि पुरस्कार दिए जाएंगे। स्कूल स्तर पर प्रथम तीन स्थानों वाले शिक्षक-विद्यार्थी को प्रशस्ति पत्र-पदक देंगे। केन्द्र सरकार ने स्थानीय भाषा को प्रमोट करने के लिए स्कूल स्तर से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक पढ़ाई करने पर ध्यान देने के लिए कहा है।
अंग्रेजी-विज्ञान व गणित विषय के लिए
अभी तक अंग्रेजी-विज्ञान व गणित विषय को लेकर स्कूलों में ओलंपियाड का आयोजन होता रहा है। हिंदी ओलंपियाड की शुरूआत पहली बार होगी। नई शिक्षा नीति के अनुसार इस ओलंपियाड का आयोजन किया जा रहा है। शिक्षा विभाग के अनुसार जल्द ही स्कूलों में हिंदी ओलंपियाड की शुरुआत की हैं।
दो चरणों में होगी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने दिशा-निर्देश जारी किए है, जिसके अनुसार यह ओलंपियाड शिक्षक स्तर पर भी होगा। प्रतियोगिता स्कूल से लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो चरणों में होगी। हिंदी , संस्कृति और वैदिक ज्ञान को स्कूलों में बढ़ावा देने के लिए इसका आयोजन होगा।
यह होगी योग्यता
सबसे पहले स्कूल स्तर पर यह ओलंपियाड प्रतियोगिता होगी। दूसरा चरण केंद्र सरकार के लेवल पर होगा। स्कूल स्तर प्रतियोगिता में 80 फीसदी से अधिक अंक लाने पर प्रतिभागी दूसरे चरण में भाग लेंगे। परीक्षा में हिंदी व्याकरण, अभ्यास प्रश्न आदि पूछे जाएंगे।
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