जन औषधि केंद्र:  वर्ष 2024-25 में हुई 1 हजार करोड़ की दवाओं की बिक्री

10 वर्षों में आमजन के सस्ती दवाओं से 30,000 करोड़ रुपए बचाए

जन औषधि केंद्र:  वर्ष 2024-25 में हुई 1 हजार करोड़ की दवाओं की बिक्री

अगले 2 साल में देश में 25000 जन औषधि केंद्र होंगे।

जयपुर। आमजन को सस्ती व गुणवत्तायुक्त दवा उपलब्ध कराने प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) ने लगभग पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के माध्यम से 30,000 करोड़ रुपए बचाए गए हैं और चालू वर्ष में 5000 करोड़ रुपए। इस बारे में फार्मास्युटिकल एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया के सीईओ रवि कुमार दाधीच ने पत्रकारों को बताया कि प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) रुपए की बिक्री हासिल करके एक उल्लेखनीय उपलब्धि तक पहुंच गई है। अपने संक्षिप्त प्रवास के दौरान दाधीच ने जयपुर स्थित पीएमबीआई के वेयर हाउस का अवलोकन किया और केंद्र संचालकों से बातचीत की।

इस मौके पर राजस्थान के नोडल अधिकारी दिव्यांशु शर्मा, एसएमओ शुभम भार्गव व इंडियन मेडिकल हॉल के प्रबंधक पवन अरोड़ा ने दाधीच का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि जन औषधि के अक्टूबर 2024 में 1000 करोड़ रुपए व पिछले वर्ष की तुलना में एक महत्वपूर्ण प्रगति, जब दिसंबर, 2023 में यह लक्ष्य पूरा किया गया था। यह उपलब्धि सस्ती और गुणवत्ता वाली दवाओं पर लोगों के बढ़ते विश्वास और निर्भरता को उजागर करती है। उन्होंने बताया कि यह केवल नागरिकों के अटूट समर्थन से ही संभव हो सका, जिन्होंने देश भर में 14,000 से अधिक जन औषधि केंद्रों से दवाएं खरीदकर इस पहल को अपनाया है। यह पर्याप्त वृद्धि जेब से होने वाले खर्च को कम करके सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा को सुलभ और किफायती बनाने की पीएमबीआई की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पीएमबीआई ने 10 करोड़ रुपए की दवाइयां बेची थीं। सितंबर 2024 के एक ही महीने में 200 करोड़ बेची है। उन्होंने आगे बताया कि पीएमबीजेपी पहल समुदायों को सशक्त बनाने के लिए जारी है, यह सुनिश्चित करते हुए कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा हर नागरिक की पहुंच में है। रिकॉर्ड तोड़ बिक्री न केवल कार्यक्रम की सफलता को उजागर करती है बल्कि यह देश में स्वास्थ्य समानता को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पिछले 10 वर्षों में, केंद्रों की संख्या में 170 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है, जो 2014 में केवल 80 थे और अब देश के लगभग सभी जिलों को कवर करते हुए 14,000 से अधिक केंद्र हो गए हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि अगले 2 साल में देश में 25000 जन औषधि केंद्र होंगे। पीएमबीजेपी के उत्पाद समूह में 2047 दवाएं और 300 सर्जिकल उपकरण शामिल हैं, जो सभी प्रमुख चिकित्सीय समूहों जैसे कार्डियोवस्कुलर, कैंसर रोधी, मधुमेह रोधी, संक्रमण रोधी, एलर्जी रोधी, गैस्ट्रो-आंतों की दवाएं, न्यूट्रास्यूटिकल्स आदि को कवर करते हैं। देशभर में प्रतिदिन करीब 1 लाख लोग जन औषधि केंद्रों का दौरा कर रहे हैं।

Read More बगावत का डैमेज कंट्रोल शुरू: बबलू को मनाने दो मंत्री पहुंचे, सलूम्बर, झुंझुनूं, रामगढ़, देवली-उनियारा में बगावत के सुर

Post Comment

Comment List

Latest News

नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देकर हासिल करेंगे नेट जीरो का लक्ष्य: नागर नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देकर हासिल करेंगे नेट जीरो का लक्ष्य: नागर
भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि विश्व की करीब एक-चौथाई जनसंख्या तथा वैश्विक अर्थव्यवस्था में 28 प्रतिशत...
जन औषधि केंद्र:  वर्ष 2024-25 में हुई 1 हजार करोड़ की दवाओं की बिक्री
भाजपा‌ ने पंजाब, मेघालय के उपचुनावों के उम्मीदवार किए घोषित
जवाहर कला केन्द्र: लोकरंग महोत्सव लोक कला प्रस्तुतियों को मिल रही खूब सराहना
भवन बना नहीं,करोड़ों की जमीन पर खड़े हो रहे संवेदक के वाहन
Bhool Bhulaiyaa3: रोमांटिक ट्रैक 'जाना समझो ना' रिलीज, जानिए कब होगी फिल्म रिलीज
डीएपी की किल्लत से किसान परेशान