बगावत का डैमेज कंट्रोल शुरू: बबलू को मनाने दो मंत्री पहुंचे, सलूम्बर, झुंझुनूं, रामगढ़, देवली-उनियारा में बगावत के सुर
नरेन्द्र को चार्टर से जयपुर लाकर सीएम से मिलवाया
सीएम से मिलने के बाद बोले नरेन्द्र मीणा मैं पार्टी के प्रति समर्पित हूं और पूरी जी तोड़ मेहनत के साथ भाजपा के प्रत्याशी को सलूम्बर से जिताने के लिए काम करूंगा।
जयपुर। राजस्थान में उपचुनाव की सात सीटों में से छह सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी घोषित होने के बाद अब दावेदार रहे नेताओं के बगावती तेवरों को शांत करने के लिए डैमेज कंट्रोल शुरू हो गया है। सलूम्बर में भाजपा ने दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांति देवी मीणा को टिकट दिया है। यहां दावेदार रहे नरेन्द्र मीणा ने विरोध शुरू कर अपने समर्थकों के बीच चुनाव लड़ने की बात कही थी।
उन्हें मनाने के लिए सुबह चित्तौड़गढ़ विधायक श्रीचंद कृपलानी और वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी को भेजा गया। वे नरेन्द्र से मिले। उन्हें सरकार में जिम्मेदारी देने का भरोसा दिलाया बताए, लेकिन नहीं माने तो चार्टर विमान में बैठाकर जयपुर ले आए। यहां नरेन्द्र की सीएम से मुलाकात हुई। सीएम से मिलने के बाद नरेन्द्र ने चुनाव नहीं लड़ने और भाजपा प्रत्याशी को जीताने के लिए प्रचार करने का भरोसा दिलाया है। वहीं झुंझुनूं में भाजपा के पिछली बार बागी होकर निर्दलीय लड़े राजेन्द्र भांबू को टिकट दिया है।
इस पर विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे बबलू चौधरी ने खुलेआम चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। 23 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने की बात कही है। उन्हें मनाने झुंझुनूं विधानसभा सीट के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा दोपहर में झुंझुनूं पहुंचे हैं। वे बबलू को समझा बुझाकर जयपुर ला सकते हैं।
यहां सीएम भजनलाल शर्मा या फिर प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ से उनकी मुलाकात करवाई जा सकती है। वहीं रामगढ़ में निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले सुखवंत सिंह को भाजपा ने टिकट दिया है। यहां विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे जय आहूजा भी ताल ठोंक रहे हैं। उनके चाचा और पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा को उन्हें मनाकर लाने और चुनाव नहीं लड़ने के लिए राजी करने का जिम्मा दिया है। देवली-उनियारा में पूर्व विधायक राजेन्द्र गुर्जर को टिकट दिया गया है। इस पर विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे विजय बैंसला भी नाराज हो गए हैं। उन्हें समझाने की जिम्मेदारी पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ को दी गई है। हालांकि बैंसला ने अभी चुनाव लड़ने या ना लड़ने पर चुप्पी साधी हुई है, लेकिन उनके समर्थक खुलेआम विरोध में आ रहे हैं।
मैं पार्टी के प्रति समर्पित हूं और पूरी जी तोड़ मेहनत के साथ भाजपा के प्रत्याशी को सलूम्बर से जिताने के लिए काम करूंगा।
- नरेन्द्र मीणा (सीएम से मिलने के बाद)
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