Brics Summit: रूस में भारत के पास ओआईसी का बदला लेने का मौका
1969 में खान ने दी थी धमकी, अब मोदी के पाले में गेंद
विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति ब्रासीलिया से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
कजान। रूस के कजान शहर में ब्रिक्स देशों का शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। पीएम मोदी कजान शहर के लिए रवाना हो रहे हैं। इस बैठक से ठीक पहले ब्रिक्स के विस्तार की चर्चा जोर पकड़ रही है। पाकिस्तान समेत करीब 35 देशों ने ब्रिक्स में शामिल होने के लिए दावेदारी की है। कजान में होने वाली बैठक में 10 देशों को ब्रिक्स का सदस्य बनाया जा सकता है।
भारत का धुर विरोधी पाकिस्तान चीन की मदद से ब्रिक्स का सदस्य बनना चाहता है। इसके लिए पाकिस्तान की सरकार रूस को खुश करने में जुटी हुई है। पाकिस्तान की कोशिश है कि वह रूस की मदद से भारत पर दबाव डाले और ब्रिक्स का सदस्य बन जाए। रूस ने भी पाकिस्तान के समर्थन का ऐलान किया है। वहीं पाकिस्तान की सदस्य के लिए भारत की मंजूरी जरूरी होगी लेकिन अभी तक उसने कोई संपर्क नहीं किया है। ऐसे में यह सवाल गरम है कि क्या भारत अब 1969 के ओआईसी के धोखे का बदला लेगा या पाकिस्तान को सपोर्ट करेगा।
भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश है लेकिन अभी तक इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी का हिस्सा नहीं है। भारत से आगे केवल इंडोनेशिया और पाकिस्तान ही हैं। ऐसे अनुमान हैं कि भारत साल 2060 तक दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश बन जाएगा। असल में भारत को ओआईसी की सदस्यता देने के लिए कई बार प्रस्ताव आया लेकिन हर बार सहमति नहीं बन पाने की वजह से ऐसा नहीं हुआ। हर बार सबसे ज्यादा विरोध तो पाकिस्तान की ओर से किया गया।
याह्या खान ने ओआईसी को दी थी धमकी
साल 1969 में ओआईसी के पहले शिखर सम्मेलन में भारत को आमंत्रित किया गया था। भारत ने ओआईसी के इस सम्मेलन को संबोधित भी किया था लेकिन यह हमारे धुर विरोधी पाकिस्तान को रास नहीं आया और उसने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके भारत को बाकी के सत्र से बाहर करवा दिया। पाकिस्तान के तत्कालीन सैन्य तानाशाह याह्या खान ने भारत को लेकर धमकी दे दी।
याह्या खान ने कहा कि अगर भारत को ओआईसी की सदस्यता दी जाती है तो पाकिस्तान इससे अलग हो जाएगा। यह वही पाकिस्तानी सेना के जनरल याह्या खान थे जिन्होंने पूर्वी पाकिस्तान में नरसंहार कराया था। बाद में भारत की मदद से अलग बांग्लादेश का गठन हुआ। अब पाकिस्तान की ब्रिक्स की सदस्यता का भविष्य भारत के रुख पर निर्भर कर रहा है। रूस के कजान शहर में ब्रिक्स की बैठक में पीएम मोदी हिस्सा लेने जा रहे हैं। इससे पहले भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर इस्लामाबाद गए थे और एससीओ की बैठक में हिस्सा लिया था। करीब 9 साल के बाद किसी भारतीय विदेश मंत्री ने पाकिस्तान की यात्रा की थी।
ब्राजील के राष्ट्रपति ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन यात्रा रद्द की
साओ पाउलो। ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला डा सिल्वा ने चोटिल होने के कारण आगामी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस की योजनाबद्ध यात्रा रद्द कर दी। राष्ट्रपति कार्यालय ने रविवार को घोषणा की कि इनासियो को शनिवार को एक दुर्घटना में सिर में चोट लगने के बाद ब्रासीलिया के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके कारण वह 22 से 24 अक्टूबर तक कज़ान में होने वाले 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग नहीं ले पाएंगे। विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति ब्रासीलिया से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
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