जर्जर बूढ़ी सड़कें दे रही जख्म, दर्द से कराह रहा शहर

अस्पतालों में प्रतिदिन पहुंच रहे 250 से अधिक मरीज, गर्दन, कमर व घुटनों के दर्द से परेशान लोग

जर्जर बूढ़ी सड़कें दे रही जख्म, दर्द से कराह रहा शहर

शहर की अधिकांश सड़कें बारिश से पहले ही उखड़ चुकी हैं, इसका सीधा असर वाहन चालकों पर पड़ रहा है। गड्ढ़ों से वाहन निकलने के दौरान लगने वाले झटके से वाहन चालकों की रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंच रहा है।

कोटा । क्षतिग्रस्त सड़कें, उखड़ी गिट्टियां और हवा के साथ उड़ते धूल के कण जहां आंखें और फेफड़ों को जख्मी कर रहे हैं, वहीं, लोगों का दर्द भी बढ़ा रहे हैं। शहर की अधिकांश सड़कें  बारिश से पहले ही उखड़ चुकी हैं, बची कुची कसर सीवरेज पाइप लाइन डालने वालों ने पूरी कर दी। हर तरफ सड़कें उधड़ी पड़ी है। जगह-जगह गिटिटयां, कंक्रीट बिखरा है।  इसका सीधा असर वाहन चालकों पर पड़ रहा है। गड्ढ़ों से वाहन निकलने के दौरान लगने वाले झटके से वाहन चालकों की रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंच रहा है।  इन दिनों एमबीएस अस्पताल में प्रतिदिन करीब 200 लोग कमर, गर्दन, रीड की हडडी, स्लीप डिस्क और घुटनों के दर्द की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। जबकि, न्यू मेडिकल कॉलेज में रोजाना 70 से 80 प्रतिशत मरीज आ रहे हैं। आॅर्थाेपेडिक चिकित्सकों के अनुसार क्षतिग्रस्त सड़कों व गड्डों से वाहन निकलने के दौरान लगने वाले जर्क से ज्वॉइंट पेन की समस्या बढ़ रही है। कमर दर्द का समय पर इलाज न कराने से आगे चलकर स्लिप डिस्क का खतरा रहता है।

स्पाइनल कॉर्ड दबने से पैरों में झनझनाहट
डॉ. इकबाल ने कहा, गड्ढ़ों के कारण लगने वाले झटके से रीढ़ की हड्डी से जुड़ी डिस्क अपनी जगह से खिसक जाती है और स्पाइनल कॉर्ड दबने लगता है। जिससे पैरों में झनझनाहट होती है। इसके अलावा कमर, पीठ, गर्दन, कंधों का दर्द और ज्वॉइंट पेन की समस्या भी बढ़ जाती है।

एमबीएस में रोजाना पहुंच रहे 200 मरीज
आॅर्थाेपेडिक डॉ. दिनेश मीणा ने बताया कि एमबीएस अस्पताल में प्रतिदिन 200 मरीज आ रहे हैं। इनमें 30 प्रतिशत कमर दर्द व स्लिप डिस्क, 50 प्रतिशत फैक्चर व 15 प्रतिशत ज्वाइंट पैन के मरीज आ रहे हैं। वहीं, न्यू मेडिकल कॉलेज में आॅर्थाेपेडिक विभागाध्यक्ष डॉ. आरपी मीणा ने बताया कि यहां ओपीडी में रोजाना 80 प्रतिशत मरीज रीढ़ की हडडी, कमर, गर्दन व घुटने दर्द की शिकायत लेकर आ रहे हैं। इनमें अधिकतर युवा वर्ग के हैं। 

रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है असर
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. मोहम्मद इकबाल ने बताया कि बाइक चलाते समय शरीर का पूरा दबाव गर्दन और कमर से जुड़ी रीढ़ की हड्डी पर आ जाता है। खस्ताहाल सड़कों पर वाहन निकलने के दौरान लगने वाले झटके से रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है। इसके अलावा कंधों के जोड़ और कलाई में भी दर्द हो सकता है। यदि गड्ढ़े गहरे हों और गाड़ी की स्पीड अधिक हो तो कंधे वाली जोड़ की हड्डी भी खिसक सकती है। सबसे ज्यादा असर कमर के निचले हिस्सों में होता है। उन्होंने कहा कि टेलबॉन में छोटी-छोटी हडिडयां होती है, जिनमें चोट लग जाए तो उसे ठीक होने में महीनों लग जाते है। 

छावनी मुख्यमार्ग पर फैली गिट्टियां
छावनी मुख्यमांर्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो रहाहै। छलनी सड़क से गुजरना मुश्किल हो गया। वाहनों से धूल के गुबार उड़ते हैं। स्थानीय दुकानदारों ने बतााया कि यहां से हल्के व भारी वाहनों का आवागमन रहता हैं। जिससे गिट्टियां उछलकर दुकानों तक आ जाती है। कई बार शीशे तक टूट चुके हैं। गिट्टियों में वाहनों के फंसने से दिनभर जाम जैसे हालात बने रहते हैं। कहने को तो यह सड़क डामर की  है लेकिन हालात ऐसे हैं कि डामर तक नजर नहीं आता।

जनता कहिन
विज्ञान नगर निवासी मुकेश कुमार ने कहा कि  शहर के अधिकांश इलाकों में सड़कों के हाल बेहाल है। उखड़ी सड़कों से लोग परेशान हैं। विज्ञान नगर, छावनी, शॉपिंग सेंटर, गुमानपुरा, कोटा बैराज रोड सहित कई इलाकों की सड़कों पर जगह-जगह गिट्टियां फैली हुई हैं। जहां से गुजरते समय वाहन चालक फिसलकर चोटिल हो रहे हैं। वहीं, गड्ढ़ों के कारण वाहनों का मेंटिनेंस भी बढ़ रहा है। जिम्मेदारों की लापरवाही से शहरवासियों को तन के साथ धन का भी नुकसान झेलना पड़ रहा है।

टायर तक कट गया
शोयब खान राजा ने बताया कि विज्ञान नगर स्थित चमत्कारी हनुमान मंदिर रोड पर जगह-जगह गहरे गड्ढ़े हो रहे हैं। गिट्टियां उखड़ गई है, कहीं सड़क इतनी धंस गई कि सीवरेज लाइन के लोहे के चेम्बर ऊपर आ गए। जो कई जगह से कटे हुए हैं। यहां से गुजरने के दौरान गाड़ी का टायर ही कट गया। वहीं, गड्ढ़ों पर से गुजरने के दौरान बाइक के शौकर तक टूट जाते हैं।

गिट्टी उछलने से बालक चोटिल
छत्रपुरा तालब मेन रोड निवासी इस्माइल ने  बताया कि  कई जगह बड़े-बड़े गड्ढ़े हो रहे हैं। दुकानदार स्माइल ने बताया कि यहां जगह-जगह गिट्टियां फैली हुई है। जो वाहनों के दबाव से उछलकर राहगीरों को लग जाती है। कुछ समय पहले वाहनों के गुजरने के दौरान गिट्टियां उछलकर एक बच्चे के टखने पर लगी। जिससे वह चोटिल हो गया। कई बार दुकानों के काउंटर तक गिट्टियां आ जाती है।

गुमानपुरा मुख्यमार्ग पर गहरा गड्ढ़ा
गुमानपुरा से वल्लभ नगर की ओर जाने वाले मार्ग पर सड़क के बीच गहरा गड्ढ़ा हो रहा है। जिससे हादसे का खतरा लगा रहता है। हालांकि ट्रैफिक पुलिस ने गड्ढ़े के पास बेरिकेडिंग लगा रखा है लेकिन रात के समय दिखाई नहीं देने से दुर्घटना की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। वहीं, गड्ढ़े के कारण सड़क की चौड़ाई कम होने से यातायात बाधित रहता है। यहां से गुजरने के दौरान कई बार वाहनों के टायर इस गड्ढ़े में फंस चुके हैं।

बीचों-बीच जानलेवा गड्ढ़ा
गुमानपुरा पेट्रोल पम्प के पास बीच सड़क पर काफी गहरा गड्ढ़ा हो रहा है। व्यस्तम मार्ग होने के बावजूद किसी ने इसकी सुध नहीं ली। गड्ढों में पानी भरे होने से इसकी गहराई का पता नहीं लग पाता। नतीजन वाहनों के टायर फंसने से ट्रैफिक जाम होने के साथ चोटिल होने का खतरा बना रहता है। दिन में तो वाहन चालक जैसे तैसे यहां निकल जाते हैं लेकिन रात को अचानक ये गड्ढ़े दिखाई नहीं देते जिससे लोग दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं।

सड़क के बीच निकल रहा पत्थर, चोटिल हो रहे लोग
शॉपिंग सेंटर स्थित चौपाटी के सामने वाली लगी में सीसी सड़क पूरी तरह से उधड़ी पड़ी है। हालात यह हो रहे हैं कि सड़क के बीच में बड़ा पत्थर निकल रहा हैं। जिससे वाहन चालक टकराकर चोटिल हो रहे हैं। दुकानदारों व राहगीरों ने बताया कि यह सड़क पिछली बारिश में ही उखड़ गई थी। पूरी सड़क पर छोटी-छोटी गिट्टियां फैली हुई है। कई बार जनप्रतिनियों से मरम्मत की मांग की लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार अफसर सड़क नहीं बना सकते तो कम से कम पेचवर्क ही करवा दें ताकि राहगीरों का आवागमन सुगम हो सके।

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