मानवता की हदें पार : दहेज की मांग को लेकर प्रेगनेंट महिला को बेरहमी से पीटा, ससुराल वालाें ने पेट मेंं लात मारकर की गर्भ गिराने की कोशिश ; पीड़िता के साथ और क्या-क्या हुआ?
गर्भ में पल रहा तीन से चार महीने का भ्रूण समाप्त
दहेज की मांग को लेकर महिला की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया। विवाह में एक मोटरसाइकिल, एक लाख नकद, सोने-चांदी के जेवरात सहित घरेलू सामान दिया गया था। बावजूद इसके ससुराल पक्ष के लोग दहेज की मांग को लेकर प्रियंका को लगातार प्रताड़ित करने लगे। कुछ महीने पहले ससुरालवालों ने दहेज के लिए घर से निकाल दिया था।
राजगढ़(अलवर)। टहला क्षेत्र में दहेज की मांग को लेकर महिला की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है। पीड़िता के पिता हरसहाय मीना निवासी बड़ला तहसील राजगढ़ ने दामाद सहित ससुराल पक्ष के चार लोगों के खिलाफ बेटी के साथ मारपीट, दहेज उत्पीड़न व गर्भपात कराने का आरोप लगा रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में बताया कि प्रियंका का विवाह वर्ष 2023 में सर्वेश मीना निवासी बिगोता के साथ हुआ। विवाह में एक मोटरसाइकिल, एक लाख नकद, सोने-चांदी के जेवरात सहित घरेलू सामान दिया गया था। बावजूद इसके ससुराल पक्ष के लोग दहेज की मांग को लेकर प्रियंका को लगातार प्रताड़ित करने लगे।
कुछ महीने पहले ससुरालवालों ने पुत्री को दहेज के लिए घर से निकाल दिया था। 24 अक्टूबर को समझाइश के बाद प्रियंका को वापस ससुराल भेजा गया, लेकिन अगले ही दिन 25 अक्टूबर को पति सर्वेश, सास नर्बदा, ससुर लहरीप्रसाद और ननद राहुल ने उसकी बुरी तरह पिटाई की। आरोप है कि गर्भवती बेटी के पेट में लात मारी गई, जिससे उसे ब्लीडिंग शुरू हो गई। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी और प्रियंका को अस्पताल पहुंचाया। अलवर के राजकीय महिला अस्पताल में डॉक्टरों ने बताया कि गर्भ में पल रहा तीन से चार महीने का भ्रूण समाप्त हो गया है।

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