रैगिंग से परेशान नेशनल लेवल खिलाड़ी बालिका अमृतसर से कोटा पहुंची
बालिका को आरपीएफ ने किया दस्तयाब
सीनियर छात्राओं द्वारा रैगिंग से परेशान एक नेशनल लेवल खिलाड़ी बालिका अमृतसर से कोटा पहुंच गई। बालिका को आरपीएफ रामगंजमंडी ने मंगलवार को देर रात दस्तयाब किया।
कोटा। सीनियर छात्राओं द्वारा रैगिंग से परेशान एक नेशनल लेवल खिलाड़ी बालिका अमृतसर से कोटा पहुंच गई। बालिका को आरपीएफ रामगंजमंडी ने मंगलवार को देर रात दस्तयाब किया। उसे चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। बालिका को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया ,वहां से बालिका गृह में अस्थाई आश्रय दिया गया है।
बाल कल्याण समिति के सदस्य अरुण भार्गव ने बताया कि काउंसलिंग के दौरान बालिका ने बताया कि वह गांव कोटली ,कामाख्या जिला जालंधर ,पंजाब की रहने वाली है। बालिका हैंडबॉल की नेशनल खिलाड़ी है और अमृतसर वुमन खालसा कॉलेज के हॉस्टल में रहती है। हॉस्टल में उसे बड़ी छात्राओं द्वारा रैगिंग कर परेशान किया जा रहा था। साथ ही उसके खिलाफ हॉस्टल वार्डन और प्रिंसिपल को झूठी शिकायत देने की धमकी दी जा रही थी। इससे उसे हॉस्टल ने निकाल देने का भय हो गया था। इस भय से वह हॉस्टल में बिना बताए 30 मई को निकल गई । इसके बाद अमृतसर से मुंबई वाली ट्रेन में बैठ गई। रामगंजमंडी में वह ट्रेन से उतरी थी। वहां एक सरदार पानी पिला रहे थे, उन्होंने उसे आरपीएफ को सौंप दिया था। आरपीएफ जवान उसे कोटा लेकर आए और फिर चाइल्ड लाइन की शहर समन्यवय रेखा शाक्य को सौंपा। बालिका ने ही रास्ते में किसी अन्य के मोबाइल से परिजनों को भी सूचित किया। काउसलिंग में बालिका ने बताया कि हॉस्टल वार्डन ने उसको अपने पास रख लिया था। बालिका के पिता व कोच कोटा के लिए रवाना हो गए हैं। भार्गव ने बताया कि बच्ची को संरक्षण की आवश्यकता को देखते हुए राजकीय बालिका गृह नांता में फिलहाल अस्थाई आश्रय दिया गया।
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