वीडीओ भर्ती परीक्षा में तीन मुन्नाभाई गिरफ्तार

-90.20 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा

वीडीओ भर्ती परीक्षा में तीन मुन्नाभाई गिरफ्तार

उदयपुर। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से शनिवार को आयोजित ग्रामीण विकास अधिकारी (वीडीओ) सीधी भर्ती (मुख्य) परीक्षा में यहां दो केन्द्रों पर अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देते तीन मुन्ना भाई को पुलिस ने गिरफ्तार किया, वहीं सूरजपोल थाना क्षेत्र में एक अभ्यर्थी संदिग्ध मिला है, जिसके दस्तावेजों की जांच की जा रही है। परीक्षा में 90.20 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया।

उदयपुर। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से शनिवार को आयोजित ग्रामीण विकास अधिकारी (वीडीओ) सीधी भर्ती (मुख्य) परीक्षा में यहां दो केन्द्रों पर अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देते तीन मुन्ना भाई को पुलिस ने गिरफ्तार किया, वहीं सूरजपोल थाना क्षेत्र में एक अभ्यर्थी संदिग्ध मिला है, जिसके दस्तावेजों की जांच की जा रही है। परीक्षा में 90.20 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया।


अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) एवं परीक्षा समन्वयक ओपी बुनकर ने बताया कि उदयपुर में कुल 72 परीक्षा केंद्रों पर 19,992 आवेदकों में से 18,033 ने परीक्षा दी। परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देते हुए तीन मुन्ना भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा के निर्देश पर डीएसटी के प्रभारी दिलीपसिंह मय टीम और प्रतापनगर थाना पुलिस ने परीक्षा केंद्र राजस्थान विद्यापीठ में जोईताराम पुत्र पूनाराम निवासी थोबाउ तहसील भीनमाल जिला जालौर की जगह पर ओमप्रकाश पुत्र कानाराम निवासी जैलातर तहसील सांचौर जिला जालौर को परीक्षा देते पकड़ा। इसी तरह देबारी स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, देबारी में श्रवण भादू पुत्र महेश कुमार की जगह श्रवण कुमार पुत्र केसरीमल विश्नोई निवासी सावन्तणियों की ढाणी थाना समदड़ी जिला बाड़मेर को परीक्षा देते पकड़ा। इससे पूर्व सूरजपोल क्षेत्र में महिला मण्डल स्कूल से आसूराम पुत्र वरधाराम निवासी पाल तहसील रानीवाड़ा जिला जालौर के स्थान पर नरेश कुमार पुत्र सुजानाराम निवासी जैसला, अचलपुर तहसील सांचौर जिला जालौर को परीक्षा देते पाया। इस परीक्षा में तीन मुन्नाभाइयों को गिरफ्तार कर उदयपुर पुलिस टीम ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पुलिस किसी बड़े गिरोह की संभावनाओं को देखते हुए इनसे पूछताछ और अनुसंधान में जुटी हुई है।

10-10 लाख रुपए लेकर बना फर्जी अभ्यर्थी
परीक्षा के दौरान पकड़े गए फर्जी अभ्यर्थियों ने 10-10 लाख रुपए देकर परीक्षा देने का जिम्मा उठाया था। जोयताराम देवासी की जगह परीक्षा दे रहे अभ्यर्थी ने 10 लाख रुपए की रकम लेना भी कबूल किया है। ओमप्रकाश एक सरकारी बाबू है। देबारी के सीनियर सैकेंडरी स्कूल में पकड़े गए अभ्यर्थी भी 10 लाख रुपए की राशि लेना कबूल किया।

फोटो-ओम प्रकाश, नरेश व सरवन नाम से

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