तीसरी लहर शुरू
देश में शुरू हुई तीसरी लहर अब बेकाबू तेवर दिखा रही है। 27 दिसंबर 21 को सिर्फ 6,147 नए मरीज मिले थे, वहीं गुरुवार 6 जनवरी को कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा एक लाख 14 हजार पार हो गया।
देश में शुरू हुई तीसरी लहर अब बेकाबू तेवर दिखा रही है। 27 दिसंबर 21 को सिर्फ 6,147 नए मरीज मिले थे, वहीं गुरुवार 6 जनवरी को कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा एक लाख 14 हजार पार हो गया। यानी नए मरीज ग्यारह दिन में ही 1758 प्रतिशत बढ़ गए। इससे पहले की दो लहरों में इतनी तेज गति से मामले नहीं बढ़े थे। सर्वाधिक मामले महाराष्ट्र में 36,265 और दिल्ली में 15,097 दर्ज किए गए। देश के कुल आंकड़ों में आधे से ज्यादा संक्रमित इन्हीं दो राज्यों से हैं। दिल्ली में देखते ही देखते कोरोना संक्रमण की रफ्तार तीन दिन में तीन गुना हो गई है। राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक व मध्यप्रदेश भी ऐसे राज्य हैं जहां कोरोना महामारी तेजी से बढ़ रही है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से अब तो दुनिया के लगभग सभी देश त्रस्त हैं। अमेरिका में औसतन हर दिन तीन लाख से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। ब्रिटेन और कनाड़ा का हाल भी काफी खराब है। अस्पतालों में बैड कम पड़ रहे हैं। तीसरी लहर में सबसे अधिक कठिनाई डेल्टा और ओमिक्रॉन की पहचान को लेकर हो रही है, जिसके कारण इलाज का काम कठिन हो गया है। मुश्किल यह है कि फिलहाल कोई ऐसा टेस्ट नहीं है, जिससे इन दोनों वैरिएंट की अलग-अलग पहचान हो सकें। ओमिक्रॉन की पहचान तो हो जाती है, लेकिन जांच में एक सप्ताह लग जाता है। अब फ्रांस में वैज्ञानिकों को कोरोना के एक और नए वैरिएंट आईएचपीबी 1640.2 का पता चला है। कहा जा रहा है कि यह ओमिक्रॉन से भी अधिक तेजी से फैलता है। इसमें 46 म्यूटेशन देखे गए हैं। बहरहाल भारत में जिस ढंग से तीसरी लहर ने वार किया है, उससे साफ है कि अब जिन्दगी सहज बनने की उम्मीद दूर-दूर तक नजर नहीं आती। हालांकि भारत में 15 से 18 साल की आयु के किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है और किशोरों में इसे लेकर उत्साह भी है। उन्हें टीके की पहली डोज से भी कुछ सुरक्षा कवच प्राप्त होगा। अब दूसरी लहर की तरह ही तीसरे लहर में भी बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं। डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ के लोगों के अलावा बड़े-बड़े लोग भी संक्रमित हो रहे हैं। लेकिन लोग लापरवाही बरतना भी नहीं छोड़ रहे हैं। कुछ राज्यों ने कुछ पाबंदियां लगाना शुरू किया है, लेकिन हालात पूर्ण लॉकडाउन जैसे भी दिख रहे हैं। यदि ऐसा हुआ तो एक बार फिर बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा।
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