मोदी कांग्रेस के ‘न्याय पत्र’ को दे रहे हैं सांप्रदायिक रंग : जयराम
यह हमारा एजेंडा नहीं है
यह हमारा एजेंडा नहीं है। हकीकत तो यह है कि 1985 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने विरासत कर खत्म कर दिया था।
नई दिल्ली। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण के रुझानों से परेशान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबसे पुरानी पार्टी के ‘न्याय पत्र’ को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी एवं राज्यसभा सदस्य जयराम रमेश ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव हारने के डर से मोदी हमारे ‘न्याय पत्र’ को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे थे। मैं स्पष्ट कर दूं कि कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में विरासत कर या धन पुनर्वितरण नाम की कोई बात नहीं है। मैं प्रधानमंत्री को चुनौती देता हूं कि वे बताएं कि हमारे ‘न्याय पत्र’ में इसका उल्लेख कहां किया गया है। यह हमारा एजेंडा नहीं है। हकीकत तो यह है कि 1985 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने विरासत कर खत्म कर दिया था।
प्रधानमंत्री हम पर ही आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान लोगों की आवाज सुनने के बाद ‘न्याय पत्र’ तैयार किया है। पिछले 10 वर्षों में मोदी की नीतियों के कारण देश में बेरोजगारी बढ़ी है औ महंगाई पर कोई नियंत्रण नहीं है तथा समाज में आर्थिक असमानता भी बढ़ी है।
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