कोरोना के बाद प्रदेश में एक साल में बढ़ी संघ की 5277 शाखाएं, कोरोना में संघ स्थल पर शाखा लगने के बजाय ऑनलाइन भी रहे सक्रिय
स्वयंसेवकों के मोबाइल पर कोरोना काल में बही हवा, अब गांवों तक फहरा रहा भगवा
मार्च, 2021 में प्रदेश में थीं 55,652 शाखाएं, अब हैं 60,929
जयपुर। देश में कोरोना के कमजोर पड़ने के साथ ही राष्टÑीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं में तेजी से वृद्धि हुई है। मार्च, 2021 में प्रदेश में 55,652 शाखाएं लगती थी, जो मार्च, 2022 में बढ़कर 60,929 शाखा दर्ज हुई हैं। एक साल में शाखाओं में 5,277 वृद्धि हुई। देश में मार्च, 2020 में लगे लॉकडाउन में संघ ने पूरा फोकस सेवा कार्यों पर कर दिया था। लॉकडाउन हटने के बाद संघ स्थल पर शाखाएं लगने के बजाय आॅनलाइन शाखा लगने लगी, जिसमें मुख्य शिक्षक (शाखा लगाने वाला कार्यकर्ता) मोबाइल के जरिए शाखा लगाने लगे। मुख्य शिक्षक प्रमुख रूप से संघ की प्रार्थना, गीत और अनमोल वचन के माध्यम से शाखा लगाते थे। कोराना की दूसरी लहर के पीक के गुजरने के बाद और सरकार की गाइड लाइन में धीरे-धीरे एकत्रीकरण में छूट देने से संघ की शाखाओं में तेजी आई है। संघ की स्थापना का 2025 में शताब्दी वर्ष होने से भी संघ कार्यों में विस्तार होने लगा है।
कोराना के बाद संघ की शाखा, स्थान, साप्ताहिक मिलन और संघ मण्डली में वृद्धि- | |||
गतिविधि | मार्च, 2021 | मार्च, 2022 | वृद्धि |
शाखा | 55,652 | 60,929 | 5277 |
साप्ताहिक मिलन | 18,553 | 20,681 | 2128 |
संघ मण्डली | 7655 | 7923 | 268 |
स्थान | 34,569 | 38,390 | 3821 |
वर्ष में एक लाख गांवों तक संघ कार्यों को ले जाने का लक्ष्य-
संघ की स्थापना वर्ष 2025 में शताब्दी वर्ष होने से देशभर में एक लाख गांवों तक संघ कार्य को ले जाने का लक्ष्य तय किया है। कोविड संकट के बावजूद संघ कार्य 2020 की तुलना में देशभर में 98.6 प्रतिशत पुन: शुरू हो गया है।
डिजिटल प्लेटफार्म से भी जुड़ रहे संघ से युवा-
संघ के वर्ष 2017 से 2021 तक ‘जाइन आरएसएस’ के माध्यम से देशभर में चलाए अभियान के तहत 20 से 35 वर्ष के सवा लाख युवाओं ने संघ से जुड़ने की इच्छा जताई है।
इनक कहना है-
‘कोरोना में संघ ने डिजिटल शाखा लगाने के साथ ही सेवा कार्य किया। बाद के समय में शाखा लगने लगी, पिछले साल की तुलना में शाखा में वृद्धि हुई है।-महेन्द्र, क्षेत्र प्रचार प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ,जयपुर
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