सरकार से वार्ता विफल, सफाई कर्मचारियों का आंदोलन रहेगा जारी
राज्य सरकार से हुई वार्ता विफल हो गई
सफाई कर्मचारियों की भर्ती के मामले में आंदोलन कर रहे नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की स्वायत्त शासन निदेशालय में देर शाम हुई बैठक बेनतीजा रही।
जयपुर। सफाई कर्मचारी भर्ती मस्टरोल के आधार पर करने एवं निकायों में अधिकारियों की ओर से जारी अनुभव प्रमाण पत्र वाले अभ्यर्थियों को बिना लॉटरी के पे्रक्टिकल में शामिल करने सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य सरकार से हुई वार्ता विफल हो गई। वार्ता विफल होने के बाद सफाई कर्मचारियों का आंदोलन जारी रखने का ऐलान कर दिया। सफाई कर्मचारियों की भर्ती के मामले में आंदोलन कर रहे नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की स्वायत्त शासन निदेशालय में देर शाम हुई बैठक बेनतीजा रही।
सरकार ने संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ की वाल्मीकि समाज के उन अभ्यर्थियों को प्राथमिकता से शामिल करने की मांग की थी जिन्होंने पहले नगरीय निकायों में कॉट्रेक्ट या संविदा पर रहकर सफाई का काम किया है, लेकिन राज्य सरकार ने श्रमिक संघ की शर्तों को मानने से इनकार कर दिया। संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नन्दकिशोर डंडोरिया ने बताया कि सरकार ने हमारी मांगों को मानने से इनकार कर दिया है। अब हमने आगे की रणनीति बनाते हुए आंदोलन को तेज करने का फैसला किया है।
निगम ग्रेटर में किया प्रदर्शन
भर्ती प्रक्रिया में संशोधन की मांग को लेकर संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के आह्वान पर बुधवार को नगर निगम जयपुर ग्रेटर में सफाई कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। पदाधिकारियों ने कहा कि सफाई का कार्य उनका पीढ़ी दर पीढ़ी काम है और आज संसाधन आने के बाद अन्य समाज के लोग भर्ती में उनका हक छीन रहे है और भर्ती होकर कार्यालयों में काम करते है ना कि सफाई कार्य करते है। इस दौरान सफाई कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कॉलोनियों में करेंगे मीटिंग
डंडोरिया ने बताया कि हड़ताल में निगम के सफाई कर्मचारी जो हड़ताल में शामिल नहीं है उनके लिए कॉलोनियों में जाकर समझाइश करेंगे। निजी काम करने वाले वाल्मीकि समाज के लोगों को भी हड़ताल में शामिल करने के लिए समझाइश कर अभियान में शामिल करेंगे। दोनों निगमों में डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए फर्मों की ओर से हूपर चलाए जा रहे उनको भी हड़ताल में शामिल होने के लिए मनाया जाएगा। अब हम हर क्षेत्र में जाकर संविदा एवं कॉट्रेक्ट पर लगे वाल्मीकि समाज के कार्मिकों से आंदोलन में शामिल होने के लिए कहेंगे। डंडोरिया ने बताया कि जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मानेगी, तब तक जयपुर शहर समेत तमाम दूसरे शहरों में निकायों के सफाई कर्मचारी आंदोलन पर रहेंगे।
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