कोटा की धरती पर कल कदम रखेगा भालू
अभेड़ा बायोलॉजिकल में काली को मिलेगा जोड़ीदार गणेश : लंबे समय से अकेली जीवन काट रही थी मादा भालू
वन्यजीव विभाग की टीम आज होगी नाहरगढ़ रवाना।
कोटा। वन्यजीव प्रेमियों के लिए खुशखबरी है। मंगलवार को अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में भालू गणेश की एंट्री होगी। इसके लिए वन्यजीव विभाग ने तैयारियां कर ली है। कोटा से वन अधिकारियों व कर्मचारियों की एक टीम सोमवा को जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के लिए रवाना होगी। जहां आवश्यक कागजी कार्यवाही पूरी कर मंगलवार को नर भालू गणेश को लेकर वापस कोटा पहुंचेगी। यहां लंबे समय से एकाकी जीवन काट रही मादा भालू काली को जीवन साथी मिल सकेगा। वहीं, पर्यटकों को एक नहीं दो भालू देखने को मिलेंगे। हालांकि, कुछ दिनों तक नर भालू को क्वारंटाइन रखा जाएगा।
चिंकारा भी करेंगे एंट्री
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जोधपुर के माछिया बायोलॉजिकल पार्क से 4 चिंकारा अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए विभाग द्वारा प्रस्ताव बनाकर भिजवा दिए गए हैं। इनमें 2 मेल और 2 फिमेल जोड़े शामिल हैं। वर्तमान में अभेड़ा में 4 फिमेल चिंकारा है। ऐसे में 4 नए आने से इनकी संख्या 8 हो जाएगी।
दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा पक्षी भी लाएंगे
दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा नोन फ्लाई बर्ड यानी (उड़ने में अक्षम) पक्षी की झलक भी अभेड़ा बायलॉजिकल पार्क में देखने को मिलेगी। वन्यजीव विभाग ने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जोधपुर से 5 ऐमु लाने की तैयारी शुरू कर दी है। इनमें 2 नर व 3 मादा शामिल हैं। हालांकि, इससे पहले अगस्त 2019 में चार ऐमु जोधपुर के माछिया बायोलॉजिकल पार्क से कोटा चिड़िया घर में लाए गए थे, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए थे। लेकिन, गत वर्ष चारों ऐमु की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद से कोटावासियों को ऐमू देखने को नहीं मिले।
नाहरगढ़ से आएगा गणेश
वन्यजीव विभाग के डीएफओ अनुराग भटनागर ने बताया कि अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से नर भालू लाया जाएगा। इसके लिए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से स्वीकृति मिल चुकी है और आवश्यक कागजी कार्यवाही भी पूरी हो चुकी है। ऐसे में सोमवार को टीम नाहरगढ़ जाएगी और अगले दिन भालू को लेकर वापस अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क लौटेगी। गणेश के आने से पर्यटकों को एक की जगह दो भालू देखने को मिलेंगे।
गर्मी से बचाव के किए इंतजाम
बायोलॉजिकल पार्क में कुल 78 वन्यजीव हैं। शाकाहार व मांसाहारी वन्यजीवों को गर्मी से बचाव के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। लॉयन, टाइगर, शावक, भेड़िए, जरख, सियार, भालू सहित मांसाहारी जानवरों के लिए डक्टिंग चालू करवा दी गई है। वहीं, इनके एनक्लोजर में बने वाटर प्वाइंट भी सुबह-शाम भरे जा रहे हैं। साथ ही दोनों वक्त पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है। इसके अलावा नाइट शेल्टरों व कराल एरिया में हल्दी का छिड़काव भी किया गया है, ताकि उन्हें किसी भी तरह का इंफेक्शन से संबंधित कोई खतरा न हो।
शाकाहारियों के पिंजरों में लगाई ग्रीन नेट
वन्यजीव विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शाकाहारी वन्यजीवों के एनक्लोजर में व नाइट शेल्टरों में पराल बिछाई गई है। वहीं, कई जगहों पर ग्रीन नेट लगाई गई। जिससे धूप से राहत मिल सकेगी। वहीं, इनके डाइट में भी परिवर्तन कर दिया गया है। अब इनके आहार में कैटल फूड भी शामिल किया गया है।
अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में लंबे समय से नर भालू लाए जाने की आवश्यकता बनी हुई थी। इसके लिए लगातार प्रयास किए गए। आखिरकार, सीजेडए से स्वीकृति मिल गई है। ऐसे में सोमवार को टीम नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क जयपुर के लिए रवाना होगी और आवश्यक कागजी कार्यवाही पूरी कर मंगलवार को नर भालू को लेकर अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क लौटेगी। इसके बाद ऐमू सहित अन्य वन्यजीव भी लाए जाने हैं।
- अनुराग भटनागर, उपवन संरक्षक, वन्यजीव विभाग कोटा
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