दो पाटों के बीच पिस रही जनता, किसको सुनाएं अपना दुखड़ा?
नगरपालिका अंता में चेयरमैन पद को लेकर भाजपा और कांग्रेस में चल रही खींचतान
जगह-जगह गंदगी के लग रहे ढेर।
अंता। हाडौती की प्रसिद्ध कहावत अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत इन दिनों नगरपालिका प्रशासन अंता के लिए पूरी तरह सटीक चरितार्थ हो रही है। जानकारी अनुसार नगरपालिका अंता में गत पांच माह से चेयरमैन के पद को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच एक दूसरे को मात देने का खेल चल रहा है। जिसके कारण आमजन बुरी तरह फंसे हुए हैं। जिसकी शिकायत यदि कोई आम नागरिक उच्च अधिकारी को करता है तो प्रशासनिक तंत्र आदर्श आचार संहिता लागू होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं। ऐसी अवस्था में दु:खी पीड़ित आमजन किसको अपना दु:खड़ा सुनाए अथवा फरियाद लगाए। नगरपालिका अंता अधिशासी अधिकारी के पद पर तैनात अधिकारी को मांगरोल एवं सीसवाली नगरपालिका में भी अतिरिक्त कार्यभार संभालने तथा आए दिन सरकारी बैठकों में भाग लेने के कारण नगरपालिका में बैठकर आम आदमी की शिकायत को सुनकर कार्यवाही तक का समय नहीं मिल रहा है। राजस्थान सरकार को समुचित व्यवस्था करने की जरूरत है ताकि आम जनता को राहत मिल सके।
आमजन की गड़बडा रही व्यवस्थाएं
अंता नगर पालिका क्षेत्र में इस भीषण गर्मी के मौसम में तपती धूप में लोगों को न तो सार्वजनिक स्थलों पर छाया पानी व बैठक की कोई व्यवस्था है और नहीं कोई जिम्मेदार अधिकारी ही है जिसके माध्यम से नगर में बढ़ती गंदगी , सार्वजनिक बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। आश्चर्यजनक बात यह है कि नगरपालिका अंता द्वारा नगर में कचरा संग्रहण के लिए वार्डों में लगी हुई गाड़ी के आने जाने का कोई निश्चित समय तक नहीं है। श्रीराम नगर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के निवासियों का कहना है कि दोनों आवासीय कॉल़ोनी में कचरा संग्रहण के लिए पर्याप्त संख्या में कचरा पात्र भी उपलब्ध नहीं है तथा कचरा पात्र दो-दो तीन तीन दिन तक खाली भी नहीं किया जाता है। जिसके कारण मजबूर हो कर कचरा गंदगी को कचरा पात्र के बाहर ही डाल दिया जाता है। जहां पर आवारा पशुओं का दिन भर जमावड़ा लगा रहता है तथा राहगीरों विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को आते जाते दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसी प्रकार सीसवाली रोड पर स्थित ई-मित्र के सामने कचरा पात्र भी उपलब्ध नहीं है। इसी प्रकार नंदवाना कटला, कोटा बारां रोड पर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के नाले श्रीराम नगर से लेकर भाया की बाड़ी तक गंदगी से अटे पड़े हैं।
नगरपालिका अंता की लापरवाही से आमजन परेशान हैं। नगर में साफ सफाई बिजली तथा आवारा पशुओं की समस्यायों से आम जनता को राहत देने के लिए जनप्रतिनिधि और प्रशासन मिलकर काम करें।
- डॉ. देवेन्द्र कुमार शर्मा।
नगरपालिका अंता में चेयरमैन के पद को लेकर भाजपा व कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों में वर्चस्व की जंग छिड़ी हुई है। आम जनता के लिए दोनों ही दल उदासीन है।
- कृष्णमुरारी पारीक, अध्यक्ष शिवसेना, अंता।
नगरपालिका अंता में आदर्श आचार संहिता के चलते नये सफाई कर्मचारी संविदा की कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है। साफ सफाई पर तैनात कर्मचारियों को पाबंद कर कचरा नियमित उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
- रविन्द्र पांचाल, सफाई निरीक्षक।
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