चंद्रबाबू नायडू ने 2 साल बाद विधानसभा में किया प्रवेश, अपमानित होने के बाद चले गए थे बाहर
प्रवेश द्वार के सामने साष्टांग प्रणाम किया
नायडू ने प्रवेश द्वार के बदले निकास द्वार से विधानसभा में प्रवेश किया, जिसके माध्यम से अपमानित होने के बाद वह विधानसभा से बाहर चले गए थे।
विजयवाड़ा। विधानसभा में तत्कालीन सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी विधायकों द्वारा अपमानित किए जाने के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने अपनी प्रतिज्ञा के मुताबिक विधानसभा में प्रवेश किया। नायडू ने विधानसभा के प्रवेश द्वार के सामने साष्टांग प्रणाम किया। उन्होंने 2 साल 7 महीने के बाद विधानसभा में प्रवेश किया। तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा), जन सेना पार्टी (जेएसपी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायकों की तालियों की गडग़ड़ाहट के बीच श्री नायडू ने विधानसभा में प्रवेश किया। नायडू ने प्रवेश द्वार के बदले निकास द्वार से विधानसभा में प्रवेश किया, जिसके माध्यम से अपमानित होने के बाद वह विधानसभा से बाहर चले गए थे।
2021 में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के कुछ विधायकों द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की उपस्थिति में विधानसभा में चंद्रबाबू नायडू और उनकी पत्नी के साथ दुव्र्यवहार किया गया था, जिसके बाद वह विधानसभा से बाहर चले आये थे। तेदेपा और वाईएसआरसीपी विधायकों के बीच में 2021 में विधानसभा में तीखी नोकझोंक भी हुई थी, जब तेदेपा विपक्ष में थी, तब उसके पास 23 विधायक थे, जिनमें से चार विधायक पार्टी छोड़कर वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए। तब विपक्ष के नेता के रूप में नायडू ने विधानसभा को कौरव सभा के रूप में वर्णित किया और प्रतिज्ञा की थी कि वे विधानसभा में तभी प्रवेश करेंगे, जब यह गौरव सभा बन जाएगी। 2021 में विधानसभा में विपक्ष के तत्कालीन नेता नायडू तेदेपा राज्य मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गए थे। श्री नायडू ने मुख्यमंत्री के रूप में सदन में प्रवेश करने का वादा किया और सदन से बाहर चले गए थे।
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