आईएएस में परचम लहराने वाला राजस्थान देश का दूसरा राज्य
प्रशासनिक सेवा में जाने का क्रेज सिर चढ़ कर बोल रहा है
पिछले कुछ वर्षों से राजस्थान के युवाओं का भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने का क्रेज सिर चढ़ कर बोल रहा है। देश में राजस्थान के 399 आईएएस तैनात हैं, जो विभिन्न तरह की कमान संभाले हुए हैं।
जयपुर। पिछले कुछ वर्षों से राजस्थान के युवाओं का भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने का क्रेज सिर चढ़ कर बोल रहा है। देश में राजस्थान के 399 आईएएस तैनात हैं, जो विभिन्न तरह की कमान संभाले हुए हैं। पिछले तीन साल में सिविल सेवा परीक्षा में परचम लहराने वाला राजस्थान देश का दूसरा राज्य बन गया है। पहले स्थान पर यूपी है, जहां से सर्वाधिक युवा भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित होते हैं। दस साल पहले यूपी के अलावा बिहार, एमपी, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, बंगाल का दबदबा हुआ करता था।
ब्यूरोक्रेसी के 134 चेहरे संभाल रहे हैं राजस्थान
राजस्थान में आईएएस का 258 का बेड़ा है, जिसमें लगभग सभी राज्यों के अधिकारी शामिल हैं, जिनको राजस्थान कैडर मिला हुआ है, लेकिन सिविल सेवा परीक्षा से चयनित होकर राज्य में तैनात आईएएस की संख्या 105 है, जबकि आरएएस से पदोन्नत होकर आईएएस बने 29 चेहरों के साथ कुल आईएएस की संख्या 134 है, जो राजस्थान के ही किसी ना किसी जिले के रहने वाले हैं। इसके अलावा राजस्थान के सिविल सर्विसेज में चयनित होकर दूसरे राज्यों में डंका बजा रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी पहचान
राजस्थान से आईएएस बनने वाले कई चेहरे तो ऐसे हैं, जिन्होंने देश ही नहीं, बल्कि दुनिया में पहचान दिलाई है। अर्थात् अंतरराष्टÑीय स्तर पर भी डंका बजाया। हालांकि उनमें कई चेहरे रिटायर्ड हो चुके हैं, जिसमें बी.शेखर, अनिल बोरडिया, सुभाष गर्ग, राजीव महर्षि, श्याम एस. अग्रवाल, सुनील अरोड़ा आदि है।
तीन साल में राजस्थान से 60 आईएएस बने
कार्मिक मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार बीते तीन सालों में राजस्थान से 60 युवाओं को आईएएस पर पोस्टिंग मिली है। इसमें वर्ष 2020 में 22, 2019 में 16 युवा आईएएस बने है। इन तीन सालों में यूपी को छोड़कर सबसे अधिक आईएएस देने वाला राजस्थान राज्य है। वर्ष 2020 में आईएएस के लिए चयनित हुए 177 अभ्यर्थियों में से छह को राजस्थान कैडर मिला है। इसमें 2015 की टॉपर और पहले से तैनात आईएएस टीना डाबी की बहन रिया डाबी भी शामिल है।
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