गोविंद देव जी मंदिर में हुआ नानी रो मायरो कथा कार्यक्रम
आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर की सत्संग भवन में चल रही नानी बाई रो मायरो कथा में रविवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा सुनने के लिए पहुंचे।
जयपुर। आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर की सत्संग भवन में चल रही नानी बाई रो मायरो कथा में रविवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा सुनने के लिए पहुंचे। छुट्टी का दिन होने की वजह से मंदिर परिसर के मुख्य द्वार तक श्रद्धालु कथा सुनने के लिए बैठे। सत्संग भवन तक जाने का रास्ता भीड़ के कारण रुक गया था, परंतु कथा के दौरान भक्तों में कथा सुनने का जोश भरपूर दिखाई दिया और वह कथा सुनने के लिए तेज बारिश के बावजूद भी बैठे रहे। हालांकि नियंत्रण के लिए स्वयंसेवक और पुलिस प्रशासन का बहुत अच्छा बंदोबस्त था परंतु तेज बारिश के कारण थोड़ी अवस्था हुई।
कथा व्यास से आध्यात्मिक प्रवक्ता जया किशोरी ने कहा कि संस्कारों की ने नींव बचपन से ही पड़ती है। नरसी भगत जब भी खाली समय रहते थे तो हर समय प्रभु का ध्यान लगाकर रखते थे यही उनकी विशेषता थी। कथा के दौरान के तेज बरसात की वजह से थोड़ी अफरा तफरी मची लेकिन श्रद्धालु बिना कथा श्रवण किए कथा पांडाल के अंदर बाहर भीगते हुए भी कथा श्रवण करते रहे।
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