अभी चालू नहीं हुए ड्राइविंग टेस्ट, ट्रैक के बंद पड़े कैमरे
दूसरी और ड्राइविंग स्कूल में टेस्ट देने के लिए करना होगा लंबा इंतजार
परिवहन कार्यालय पर पिछले 12 दिन से कैमरा खराब पड़े हैं।
कोटा। जगपुरा स्थित परिवहन कार्यालय में लगे हाई डेफिनेशन कैमरे अभी तक ठीक नहीं हो पाए हैं। जिसके कारण हर दिन सैंकडों आवेदकों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। परिवहन कार्यालय के ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर लगे कैमरे 25 जून को भारी बारिश के चलते खराब हो गए थे। हालांकि विभाग की ओर से कैमरा को सही करवाने के लिए कोशिश भी की गई लेकिन कैमरा पिछले 3 दिन से खराब हैं। हर दिन बनते हैं औसतन 180 लाइसेंस: जगपुरा स्थित ट्रैक पर हर दिन औसतन 180 ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट लिया जाता है। साथ ही इतने ही लाइसेंस हर दिन जारी होते हैं। ऐसे में कैमरों के खराब होने के चलते ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट देने आए आवेदकों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। विभाग द्वारा कैमरे खराब हो जाने के बाद उन्हें स्थानीय स्तर पर ठीक कराने की कोशिश की थी हालांकि दो दिन कैमरा ने काम भी किया लेकिन फिर से खराब हो जाने के चलते उन्हें जयपुर बदलवाने के लिए भेज दिया गया था जिसके चलते यह देरी हुई। एजेंट विजय प्रजापति ने बताया कि कैमरा खराब होने से सैंकड़ों लाइसेंस पेंडिंग में चले गए हैं। साथ ही रोजाना नए आवेदन आ रहे हैं ऐसे में ये संख्या और बढ़ेगी।
ड्राइविंग स्कूलों में अभी तक शुरू नहीं हुए टेस्ट
परिवहन कार्यालय पर पिछले 12 दिन से कैमरा खराब पड़े हैं। वहीं दूसरी ओर केंद्रीय परिवहन मंत्रालय की ओर से ड्राइविंग स्कूल में टेस्ट का प्रावधान देने के बाद अभी तक प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। ड्राइविंग स्कूल चलाने वालों का कहना है कि केंद्रीय परिवहन मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार स्कूल के पास कम से कम 3 एकड़ भूमि होना आवश्यक है। जो कोटा में किसी भी ड्राइविंग स्कूल के पास नहीं है। साथ ही इतनी बड़ी जमीन शहर के अंदर भी मौजूद नहीं है। ऐसे में इस प्रक्रिया को शुरू करने के लिए तीन एकड़ जमीन यूआईटी, वन विभाग या फिर किसानों से लेनी होगी जो बहुत मंहगी होगी। इस तरह कोटा में ड्राइविंग स्कूल में ही लइसेंस के टेस्ट शुरू होने में लंबा समय लग सकता है।
लोगों का कहना है
मुझे ड्राइविंग टेस्ट के लिए 8 जुलाई की डेट मिली थी, लेकिन यहां पहुंचने पर पता चला कि अभी कैमरा ठीक नहीं हो पाए हैं अब कल आने को बोला है।
- सतीश वर्मा, बोरखेड़ा
ड्राइविंग स्कूल में टेस्ट शुरू करने के लिए स्कूल में पास कम से कम 3 एकड़ जमीन होना आवश्यक है। जो अभी किसी के पास नहीं है। विभाग को इसके लिए बोला है, जमीन मिलने के बाद ही टेस्ट शुरू हो पाएंगे।
- भूपेंद्र गोचर, ड्राइविंग स्कूल संचालक
इनका कहना है
ट्रैक पर लगे कैमरों को सोमवार को बदलने का कार्य किया गया है। कैमरों आज कल में ठीक कर टेस्ट शुरू कर दिए जाएंगे। मौसम खराब होने के कारण परेशानी आ रही थी जिसे ठीक कर लिया गया है।
- दिनेश सिंह सागर, आरटीओ, कोटा
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