सीबीएसई: परिणाम अच्छा करने के लिए मिलेंगे एक नहीं, दो मौके
छात्र रिजल्ट में सुधार के लिए दोनों सेशन में हो सकेंगे शामिल
पहली बार परीक्षार्थियों को नवंबर-दिसंबर में मिल सकता है मौका
जयपुर। विद्यार्थियों को तनाव रहित वातावरण देने के लिए साल 2025 काफी अहम रहने वाला है, क्योंकि केन्द्र सरकार परीक्षाओं में काफी नवाचार करने में लगी हुई है, जिसका फायदा देशभर के छात्र-छात्राओं को मिलेगा। इस दौरान केन्द्रीय माध्यम शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के दसवीं और 12वीं बोर्ड के छात्र अपने परिणामों को अच्छा कर सकते है, क्योंकि उनको एक नहीं, बल्कि दो मौके मिलेंगे।
सरकार आगामी माह में 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित करने को लेकर जल्द ही विस्तृत जानकारी जारी करेगा, लेकिन बोर्ड ने इसकी तैयारी पहले से ही कर रखी है, जिसके अनुसार छात्र रिजल्ट में सुधार के लिए दोनों सेशन में शामिल हो सकेंगे। केन्द्र सरकार जेईई मैन्स में दोनों सेशन में छात्रों को परीक्षा देने का विकल्प दे रही है, क्योंकि छात्र दोनों में से जिसमें भी अच्छे अंक आए वह स्कोर कार्ड रख सकता है। इससे विद्यार्थियों को तनाव से मुक्ति मिलेगी। शिक्षा मंत्रालय इसकी सहमति दे चुका है।
विद्यार्थी बोर्ड परीक्षाओं में अपनी सुविधानुसार एक या दोनों बार भाग ले सकेंगे। ऐसे छात्र जो अपने रिजल्ट में सुधार करना चाहेंगे, वे भी दोनों सेशन की परीक्षाओं में भाग ले सकेंगे। दोनों ही परीक्षाओं में छात्र अपना श्रेष्ठ स्कोर चुन सकेंगे। छात्रों के पास इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई की तरह साल में दो बार (कक्षा 10 और 12 बोर्ड) परीक्षा में बैठने का विकल्प होगा।
30 लाख से अधिक छात्र शामिल
सीबीएसई दसवीं बोर्ड की परीक्षा में देशभर में 30 लाख से अधिक छात्र शामिल होते है। इनमें 12 लाख छात्र सीबीएसई 12वीं बोर्ड कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय में शामिल होते है और 18 लाख छात्र 10वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होते है। दरअसल, इस कदम का मुख्य उद्देश्य बोर्ड परीक्षाओं को तनावमुक्त बनाना और छात्रों को अधिक अवसर और लाभ प्रदान करना है। विशेषज्ञों के अनुसार छात्र अक्सर यह सोचकर स्ट्रेस ले लेते हैं, कि उनका एक साल बर्बाद हो गया, उनका मौका चला गया या वे बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। इसलिए केवल एक मौके के डर से होने वाले तनाव को कम करने के लिए साल में दो बार बोर्ड एग्जाम का आॅप्शन दिया जा रहा है। अभी भी तौर- तरीकों पर काम किया जाना बाकी है। साथ ही यह भी बताया गया है कि सेमेस्टर सिस्टम लागू करने की योजना को खारिज कर दिया गया है। संभावना यह भी है कि पहली बार नवंबर-दिसंबर में परीक्षा का आयोजन हो सकता है। वहीं, छात्र-छात्राओं को दूसरा अवसर फरवरी- मार्च में मिल सकता है।
अभी तक साल में एक बार होते हैं एग्जाम
सीबीएसई समेत कई अन्य राज्यों की बोर्ड परीक्षाएं अभी तक साल के अंत में फरवरी- मार्च में एक बार एग्जाम कंडक्ट कराई जाती हैं, लेकिन हाल ही में नई शिक्षा नीति के तहत केन्द्र सरकार की ओर से यह फैसला लिया गया है कि अब साल में दो बार बोर्ड परीक्षाएं होंगी। हालांकि, छात्र-छात्राओं को दोनों बार एग्जाम में शामिल होने का दबाव नहीं होगा। बेस्ट स्कोर को रिजल्ट में शामिल किया जाएगा।
Comment List