Stock Market All Time High : सेंसेक्स ने पहली बार 81 हजार का आंकड़ा छुआ
आईटी और टेक शेयरों ने बाजार को नए शिखर पर पहुंचाया
विश्व बाजार की तेजी के बीच स्थानीय स्तर पर आईटी और टेक समूह के शेयरों में हुई जबरदस्त लिवाली ने आज शेयर बाजार को ऊंचाई के नए शिखर पर पहुंचा दिया।
मुंबई। विश्व बाजार की तेजी के बीच स्थानीय स्तर पर आईटी और टेक समूह के शेयरों में हुई जबरदस्त लिवाली ने आज शेयर बाजार को ऊंचाई के नए शिखर पर पहुंचा दिया।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 626.91 अंक अर्थात 0.78 प्रतिशत की तेजी के साथ पहली बार 81 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 81,343.46 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 187.85 अंक यानी 0.76 प्रतिशत मजबूत होकर 24,800.85 अंक के सार्वकालिक उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। हालांकि कारोबार के दौरान दिग्गज कंपनियों के विपरीत बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली हुई, जिससे मिडकैप 0.99 प्रतिशत की गिरावट लेकर 47,351.90 अंक और स्मॉलकैप 1.15 प्रतिशत लुढ़ककर 53,675.92 अंक रह गया।
इस दौरान बीएसई में कुल 4016 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1424 में लिवाली जबकि 2500 में बिकवाली हुई वहीं 92 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 35 कंपनियों में बढ़त जबकि 15 में गिरावट रही।
विश्लेषकों के अनुसार, नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव वैश्विक स्तर पर बाजारों को प्रभावित करने वाला एक प्रमुख कारक है। जनमत सर्वेक्षणों से संकेत मिलता है कि अब डॉनल्ड ट्रम्प का राष्ट्रपति बनना अधिक संभावित है। ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने का निहितार्थ अमेरिका में आयात पर उच्च टैरिफ है, विशेष रूप से चीन से। इसके अलावा, ट्रम्प कमजोर डॉलर के पक्ष में हैं।
डॉलर में पहले से ही गिरावट आनी शुरू हो गई है और डॉलर इंडेक्स अब 103.68 पर है। इसका मतलब है कि सोने की कीमतें बढ़ रही हैं। भारतीय शेयर बाजार के नजरिए से सकारात्मक बात यह है कि डॉलर के कमजोर पडऩे से विदेशी पोर्टफोलियो निवेश प्रवाह घरेलू बाजार में बढ़ेगा, जिससे बाजार में लचीलापन आएगा।
इससे निवेश धारणा मजबूत हुई और बीएसई के आईटी और टेक समेत आठ समूहों में जमकर लिवाली हुई। इस दौरान आईटी 1.84, टेक 1.84, एफएमसीजी 0.86, वित्तीय सेवाएं 0.21, हेल्थकेयर 0.05, दूरसंचार 0.63, ऑटो 0.35 और बैंकिंग समूह के शेयर 0.48 प्रतिशत चढ़ गए।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रुझान सकारात्मक रहा। इससे ब्रिटेन का एफ़टीएसई 0.76, जर्मनी का डैक्स 0.21, हांगकांग का हैंगसेंग 0.22 और चीन का शंघाई कम्पोजिट 0.48 प्रतिशत मजबूत रहा वहीं जापान के निक्केई में 2.36 प्रतिशत की गिरावट रही।
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