अतिक्रमण और गंदगी से सड़ रहा पुराना पशु मेला स्थल
दशहरा मेले के दौरान सर्कस, किसान रंगमंच और पार्किंग रहेंगे इसी जगह पर
फेज दो पुराना पशु मेला स्थल में किशोरपुरा थाने के पास की जगह पर बड़े क्षेत्र में कचरे के ढेर लगे हुए हैं।
कोटौ। नगर निगम की ओर से अक्टूबर में आयोजित होने वाले दशहरा मेले में जहां दशहरा मैदान के फेज एक में अधिकतर दुकानदारों व झूले वालों का रूझान रहता है। वहीं इस पर पुराना पशु मेला स्थल फेज दो में भी व्यापारियों को लाने का प्रयास तो किया जा रहा है लेकिन वह अभी गंदगी और अतिक्रमण से सड़ रहा है। नगर निगम की ओर से दशहरा मैदान के फेज एक की तो सुरक्षा के लिए गार्ड लगा रखे हैं। उसे चार दीवारी बनाकर सुरक्षित किया हुआ है। हालांकि उसके बाद भी यहां से बिजली के तार व अन्य उपकरण चोरी हो रहे हैं। यहां दुकानों का स्वरूप भी काफी अच्छा है। जिससे अधिकतर व्यापारी व दुकानदारों का रूझान इसी में दुकानें लेने का अधिक रहता है। जबकि फेज दो में व्यापारियों व दुकानदारों का रूझान कम रहता है।
कचरे का ढेर मार रहा दुर्गंध
फेज दो पुराना पशु मेला स्थल में किशोरपुरा थाने के पास की जगह पर बड़े क्षेत्र में कचरे के ढेर लगे हुए हैं। यहां काफी समय से कचरा डाला जा रहा है। लेकिन कुछ दिन पहले उसे कचरे को हटाने की जगह उसे फेला दिया है। जिससे बरसात में यह कचरा सड़ने से दुर्गंध आने लगी है। इस मैदान से निकलने वाले लोगों को दुर्गंध का सामना करना पड़ रहा है। किशोरपुरा व साजी देहड़ा से एरोड्राम की तरफ जाने वाले अधिकतर लोग शॉर्ट कट के लिए पुराने पशु मेला स्थल की बीच सड़क से ही निकल रहे हैं। वर्तमान में जिस स्थान पर कचरे का ढेर लगा हुआ है। निगम की ओर से उस स्थान पर सर्कस लाने की योजना है।
झूले व भोजननालय तक लगते
पशु मेला स्थल पर भी लोगों को आकर्षित करने के लिए यहां कई छोटे-बड़े झूले भी लगते हैं। उसके अलावा भोजनालय भी खुलते हैं। जिनमें रोटी सब्जी से लेकर दाल बाटी तक मिलते हैं। इन भोजनालयों में अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोग भोजनकर अपना पेश भरते हैं।मेला समिति का प्रयास है कि फेज दो मैदान में भी मेले जैसा माहौल रहे। यहां भी दुकानें लगे। इसके लिए समिति द्वारा इस बार सर्किस लाने और इसी मैदान में उसे लगाने की योजना है।
किसान रंगमंच व पार्किंग पर अतिक्रमण
पशु मेला स्थल पर निगम अधिकारियों की अनदेखी के चलते पूरे साल अतिक्रमण होता रहता है। यहां संवेदक द्वारा सीवरेज के पाइप डाल दिए जाते हैं। खाना बदीश लोग टापरियां बनाकर अतिक्रमण कर लेते हैं। कई पशु पालक यहां पशु बांध देते हैं। कई लोग कचरा डाल देते हैं। ऐसे में दशहरामैदान का फेज दो मेला अवधि को छोड़ अधिकतर समय दुर्दशा का ही शिकार रहता है। इस मैदान में अम्बेडकर भवन के पीछे की तरफ किसान रंगमंच बनाया जाएगा। जहां किसानों के लिए कार्यक्रम होंगे। जबकि उसके पास से ट्रैफिक कार्यालय के बीच की जगह पर मेला अवधि के दौरान की पार्किंग बनाई जाएगी।
इनका कहना है
फेज एक के साथ ही फेज दो मैदान में भी मेला भरे। यहां भी दुकानें लगे इसके लिए इस मैदान में सर्कस लाने का प्रयास किया जा रहा है। सर्कस के साथ ही यहां झूले भी लगान की योजना है। वहीं किसान रंगमंच व पार्किंग भी इसी मैदान पर रहेगी। हालांकि अभी मेला शुरू होने में समय है। उससे पहले फेज दो के मैदान को भी अतिक्रमण से मुक्त करवा दिया जाएगा। साथ ही यहां फेले कचरे को साफ करने व जमीन को समतल करने का काम भी किया जाएगा। किसी को कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी।
- विवेक राजवंशी, अध्यक्ष मेला समिति
Comment List