रूबी को-ऑपरेटिव सोसायटी का निदेशक किशनगढ़ में गिरफ्तार
पुलिस कर रही है गहनता से पूछताछ
कोतवाली थाने में निवेशकों द्वारा की गई धोखाधड़ी की शिकायत पर रूबी को-ऑपरेटिव सोसायटी के निदेशक राहुल दवे को किशनगढ़ थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
अजमेर। कोतवाली थाने में निवेशकों द्वारा की गई धोखाधड़ी की शिकायत पर रूबी को-ऑपरेटिव सोसायटी के निदेशक राहुल दवे को किशनगढ़ थाना पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। इससे पूर्व अहमदाबाद, भीलवाड़ा सहित अन्य जगहों पर धोखाधड़ी की शिकायत पर गिरफ्तार हो चुका है।
पुलिस उप अधीक्षक (सिटी) किशनगढ़ मनीष शर्मा ने बताया कि आरोपी दवे से गहनता से पूछताछ की जा रही है। जानकारों की मानें तो दवे की पत्नी से भी पूछताछ की जा रही है। मालूम हो कि सोसायटी ने अच्छी ब्याज दर का सुनहरा ख्वाब दिखाकर अजमेर सहित जिलेभर में करोड़ों रुपए का निवेश करवाया गया। लेकिन जब लोगों की एफडीआर, आरडी सहित योजनाओं में निवेश की गई राशि लौटाने का समय आया, तो निवेशकों को लॉकडाउन के नाम पर राशि का भुगतान बाद में करने का आश्वासन दिया गया।
अजमेर में भी करोड़ों का निवेश
सोसायटी की विभिन्न योजनाओं में अजमेर जिले के निवेशकों ने करीब 20 से 25 करोड़ का निवेश कर रखा है। निवेशकों की मानें तो सोसायटी संचालकों द्वारा कुछ समय तक उनकी राशि लौटाने का आश्वासन दिया जा रहा था, लेकिन बाद में सोसायटी का दफ्तर ही बंद हो गया। ऐसे में निवेशक चक्कर काटने को मजबूर हैं।
अजमेर में काफी कंपनियां हुईं गायब
अजमेर जिले में लोगों की मेहनत की कमाई लेकर चंपत होने वाली फर्जी कम्पनियों की सूची काफी लम्बी है। जिनके द्वारा लोगों को सुनहरे ख्वाब दिखाकर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की गई। जिसमें मुख्यतय: एमबीडी, गोल्डसुख, पर्ल्स एग्रोटेक कार्पोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल), प्रीजम इन्फ्रोकोन, भारती मल्टी स्टेट क्रेडिट को-आॅपरेटिव सोसायटी लि. सहित अन्य कंपनियां शामिल हंै। जिनके द्वारा लोगों से करोड़ों का निवेश करवाया गया और अब उनके दफ्तरों पर ताले लटके हैं। इन कंपनियों द्वारा लोगों को एक मुश्त राशि जमा कराने पर मोटी ब्याज के साथ भूखंड, कार, मोटरसाइकिल सहित विभिन्न प्रकार के प्रभोलन देकर लोगों को झांसे में फंसाया गया। जानकारों की मानें तो सरकार इस तरह की धोखाधड़ी रोकने के लिए कानून बनाने की तैयारी कर रही है।
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