यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलें यूरोप के रास्ते : रूस को शांति वार्ता का आह्वान, वेंस बोले- हम कई यूरोपीय देशों के आवेदनों पर विचार कर रहे
अमरीकी मदद को सीमित होने की उम्मीद
अमेरिका की योजना है कि उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सहयोगी यूरोपीय देश उससे अमेरिकी टॉमहॉक क्रूज़ मिसाइलें खरीदें और फिर उसे यूक्रेन को दे दें।
वाशिंगटन। अमेरिका की योजना है कि उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सहयोगी यूरोपीय देश उससे अमेरिकी टॉमहॉक क्रूज़ मिसाइलें खरीदें और फिर उसे यूक्रेन को दे दें। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने फ़ॉक्स न्यूज़ से यह बात कही है। उन्होंने कहा कि "हम कई यूरोपीय देशों के आवेदनों पर विचार कर रहे हैं।" जब उनसे यूक्रेन को मिसाइलें देने और उससे बढ़ने वाले ख़तरों पर राय मांगी गई तो उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प तय करेंगे कि अमरीका के लिए क्या बेहतर है। उन्होंने साफ़ किया कि इस पर अंतिम फ़ैसला राष्ट्रपति ट्रम्प ही करेंगे। रिपोर्टों के मुताबिक, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा सम्मेलन के दौरान ट्रम्प से मुलाकात में यह प्रस्ताव रखा था, जिस पर उन्होंने कहा कि "हम इस पर काम करेंगे।"
वेंस ने दोहराया कि ट्रम्प हुकूमत अब यूरोप से ज्यादा जिम्मेदारी उठाने और अमरीकी मदद को सीमित होने की उम्मीद कर रही है। उन्होंने रूस से भी कहा कि वह बातचीत की मेज पर आकर अमन लाने के मसले पर गंभीर चर्चा करे।
गौरतलब है कि टॉमहॉक मिसाइल लंबी दूरी की, सबसोनिक क्रूज़ मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता 460 से 2,500 किलोमीटर तक होती है और यूरोप से दागे जाने पर यह मास्को के इर्द-गिर्द के इलाक़ों तक पहुंच सकती है। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन या संक्षेप में नाटो 32 यूरोपीय और उत्तरी अमेरिकी देशों का एक अंतर-सरकारी सैन्य गठबंधन है, जिसे 1949 में बनाया गया था। नाटो का मकसद सियासी और फौजी तौरतरीकों से पने सदस्य देशों की आजादी और सुरक्षा देना है।

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