मिनी बस संचालक का अपहरण कर 50 लाख की फिरौती मांगने वाले समेत तीन गिरफ्तार, अवैध हथियार समेत वारदात में प्रयुक्त कार जब्त
20 लाख में तय हुआ था सौदा
जयपुर के प्रताप नगर में 55 नंबर रूट के बस संचालक का अपहरण कर 50 लाख रुपए की फिरौती मांगने वाले आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने अवैध हथियार और कारतूस बरामद किए। मास्टरमाइंड सुरेंद्र चौधरी उर्फ फौजी ने बदमाशों को 20 लाख में हायर किया था। मामले की जांच जारी है।
जयपुर। प्रताप नगर थाना इलाके में 55 नम्बर रूट के बस संचालक का अपहरण कर 50 लाख रुपए की फिरौती मांगने वाले बदमाश समेत दो अन्य को बापर्दा गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अवैध हथियार लोडेड देशी पिस्टल और देशी कट्टा समेत दो जिन्दा कारतूस बरामद किए है। अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। डीसीपी ईस्ट संजीव नैन ने बताया कि आरोपी सुरेन्द्र चौधरी उर्फ फौजी (50) गांव मुंडैला कलां जाफरपुर द्वारिका नई दिल्ली समेत दो अन्य बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पीड़ित धारा सिंह गुर्जर के साथ उसका बसों को बेचने पर आए रुपयों के लेन-देन को लेकर आपसी विवाद चल रहा था। जिससे आरोपी सुरेन्द्र चौधरी उर्फ फौजी उससे लम्बे समय से रंजिस रखता था। आरोपी ने बदमाशों को हायर कर उन्हें हथियार उपलब्ध करवा कर वारदात को अंजाम दिया।
पहला प्रयास असफल, दुबारा घर से निकलते ही किया अपहरण-मांगी 50 लाख की फिरौती :
डीसीपी नैन ने बताया कि आरोपी सुरेन्द्र चौधरी ने पीड़ित के आने जाने से लेकर उसके निवास सम्बंधी सभी जानकारियां बदमाशों को उपलब्ध करवा दी थीं। जिस पर आरोपियों ने उसे बस स्टैण्ड से किडनैप करने का प्रयास किया तो वह असफल हो गए। दूसरे प्रयास में आरोपियों ने पीड़ित को घर से निकलते ही बाहर से ही वारदात में कार में पटक लिया। और बाद में पीड़ित के भाई से फिरौती की रकम के लिए फौन किया।
पुलिस कार्रवाई की हर जानकारी आरोपियों तक पहुंचा रहा था :
डीसीपी संजीव नैन के अनुसार आरोपी ने बदमाशों को वारदात से पहले ही अच्छे से समझा दिया था कि मोबाइल भूलकर भी इस्तेमाल नहीं करना है। खुद पीड़ित के परिजनों के साथ लगातार थाने आता रहा ताकि पुलिस कार्रवाई की हर अपडेट पर नजर रख सके।
20 लाख में तय हुआ था सौदा :
अपहरण के मास्टर माइण्ड सुरेन्द्र चौधरी उर्फ फौजी ने अपहरण करने वाली गैंग को 20 लाख रुपए में डील तय की थी। उसकी डील थी कि फिरौती के 50 लाख वसूलने के बाद उनका तय रुपया मिलेगा। उसे इस बात का पता था कि सुबह के वक्त धारासिंह के पास बसों के भाड़े का कलेक्शन होता है जिसके चलते आसानी से फिरौती मिल जाएगी। आरोपी ने ही बदमाशों को वारदात में प्रयुक्त हथियार भी उपलब्ध कराए थे। बदमाशों पर पुलिस शिकंजा नहीं कसती तो 12 नवंबर को सुबहकरीब साढे तीन बजे उसे रिहा नहीं करते।

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