विश्वविद्यालय केंद्रीय कार्यालय पर परीक्षा संबंधित अनियमिताओं को लेकर उग्र प्रदर्शन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय इकाई के नेतृत्व में छात्र शक्ति ने विश्वविद्यालय केंद्रीय कार्यालय पर परीक्षा संबंधित अनियमिताओं को लेकर उग्र प्रदर्शन किया एवं पुलिस से धक्का मुक्की हुई समझाइश के बाद कुलपति को ज्ञापन सौंपा |
विश्वविद्यालय में परीक्षा पूर्व प्रश्न पत्र बाहर आने, पुराने प्रश्न पत्रों का उपयोग एवं अपेक्षित कार्यवाही करने के संदर्भ में लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन द्वारा विश्वविद्यालय का ध्यान आकर्षण करवाया था |
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय इकाई के नेतृत्व में छात्र शक्ति ने विश्वविद्यालय केंद्रीय कार्यालय पर परीक्षा संबंधित अनियमिताओं को लेकर उग्र प्रदर्शन किया एवं पुलिस से धक्का मुक्की हुई समझाइश के बाद कुलपति को ज्ञापन सौंपा
प्रदेश मंत्री अविनाश खारा ने बताया की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, जोधपुर ने विश्वविद्यालय में परीक्षा पूर्व प्रश्न पत्र बाहर आने, पुराने प्रश्न पत्रों का उपयोग एवं अपेक्षित कार्यवाही करने के संदर्भ में लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन द्वारा विश्वविद्यालय का ध्यान आकर्षण करवाया था परंतु अपेक्षित कार्यवाही निम्न प्रकार नही की गई है एवं केवल कागज़ी कार्यवाही की जा रही है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन द्वारा ध्यान आकर्षण के दौरान 2 दिन निरंतर तथ्यों के साथ अपेक्षित कार्यवाही के लिए निवेदन किया था लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। प्रदर्शन द्वारा प्रश्न पत्र लीक संबंधित ध्यान आकर्षण अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संगठन द्वारा किया गया था। जबकि समिति छात्रओ को व्यक्तिगत रूप से पत्र जारी कर छात्रओ में भय का वातावरण बना कर इस प्रकार की अव्यवस्था को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। समिति में कोई भी सदस्य बाहरी व आंतरिक साइबर क्राइम, साइबर एक्सपर्ट या ऑनलाइन गड़बड़ी से संबंधित किसी विषस्यज्ञ को शामिल नहीं किया गया है जो समिति की वैधता पर प्रश्न चीन लगाती है। लग भग दस दिनों के उपरांत के भी परीक्षा शाखा के प्रभारी को कार्यमुक्त किए बिना उस शाखा की जांच करना पूर्ण रूप से असंवैधानिक है| दस दिनों के अंतराल के बाद भी परीक्षा नियंत्रक या कुलसचिव द्वारा इस प्रकार की अव्यवस्था के संदर्भ में व सतर्कता के लिए किसी भी परीक्षा केंद्रों को विशेष रूप से निर्देशित नहीं किया है और न ही व्यवस्थाओं का बनाए रखने के लिए कोई विशेष निर्देश दिए है।
परीक्षा पूर्व प्रश्न पत्र लीक होना, पुराने प्रश्न पत्रों का उपयोग एवं संबंधित अव्यवस्थाओं से विश्वविद्यालय की शाक धूमिल होती है व प्रशासनिक विफलताओं को अंकित करती है जो प्रत्यक्ष रूप से छात्र हितों का हनन है एवं उनके भविष्य के साथ में सीधा खिलवाड़ है। इस के दौरान उर्मित शर्मा, सचिन राजपुरोहित, कैलाश प्रजापत, काजल, राजवीर सिंह, मोती सिंह, विशाल, पवन भाटी, दिलीप, हनुमान,वैभवपाल,ऋतिक, गौतम,कृष्णा, अनुष्का, महक,प्रेरणा अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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