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87 साल के हुए धर्मेंद्र
अमेरीकन टयूबबेल की नौकरी छोड़कर आए थे मुंबई
धर्मेन्द्र को प्रारंभिक सफलता दिलाने में निर्माता -निर्देशक ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्मों का अहम योगदान रहा है।
मुंबई। बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता धर्मेन्द्र आज 87 साल के हो गये। पंजाब के फगवारा में 08 दिसंबर 1935 को जन्में धर्मेन्द्र का रुझान बचपन के दिनों से ही फिल्मों की ओर था और वह अभिनेता बनना चाहते थे। वर्ष 1958 में फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर पत्रिका फिल्म फेयर ने एक विज्ञापन निकाला, जिसमें नये चेहरों को बतौर अभिनेता काम देने की पेशकश की गयी थी। धर्मेन्द्र इस विज्ञापन को पढ़कर काफी खुश हुये और अमेरीकन टयूबबेल की नौकरी को छोड़कर अपने सपनों को साकार करने के लिये मायानगरी मुंबई आ गये। इसी दौरान धर्मेन्द्र की मुलाकात निर्माता-निर्देशक अर्जुन ङ्क्षहगोरानी से हुयी, जिन्होंने धर्मेन्द्र की प्रतिभा को पहचान कर अपनी फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे में बतौर अभिनेता काम करने का मौका दिया।
फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे की असफलता के बाद धर्मेन्द्र ने माला सिन्हा के साथ अनपढ़, पूजा के फूल, नूतन के साथ बंदिनी, मीना कुमारी के साथ काजल जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। इन फिल्मों को दर्शकों ने पसंद तो किया लेकिन कामयाबी का श्रेय धर्मेन्द्र की बजाय फिल्म की अभिनेत्रियों को दिया गया। वर्ष 1966 में प्रदर्शित फिल्म फूल और पत्थर की सफलता के बाद सही मायनों में बतौर अभिनेता धर्मेन्द्र अपनी पहचान बनाने में सफल रहे। फिल्म में अपने दमदार अभिनय के कारण वह फिल्म फेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार के लिये नामांकित भी किये गये।
धर्मेन्द्र को प्रारंभिक सफलता दिलाने में निर्माता -निर्देशक ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्मों का अहम योगदान रहा है। इनमें अनुपमा, मंझली दीदी और सत्यकाम जैसी फिल्में शामिल हैं। फूल और पत्थर की सफलता के बाद धर्मेन्द्र की छवि हीमैन के रूप में बन गयी। इस फिल्म के बाद निर्माता-निर्देशकों ने अधिकतर फिल्मों मे धर्मेन्द्र की हैमैन वाली छवि को भुनाया।
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