ये बुल शहर के अलग-अलग स्थानों पर खड़ी होकर काटती थी चालान, पीक आवर्स में चालान काटने की बजाय यातायात व्यवस्था संभालेगी ‘बुल’
जिस दुकान, शोरूम और होटल के बाहर लगा जाम तो होगी कार्रवाई
पीक आवर्स में अब ये बुल शहर के अंदर रहेंगी और जाम लगने वाले स्थानों को चिन्हित कर वहां ड्यूटी कर लोगों को जाम से निजात दिलाएंगी।
जयपुर। जयपुर शहर में आए दिन जाम के हालात बन जाते हैं और बाहरी इलाके में बुल (इंटरसेप्टर) तेज रफ्तार वाहनों के चालान काटने में व्यस्त रहती है। अब आमजन को जाम से निजात दिलाने के लिए एडिशनल पुलिस कमिश्नर द्वितीय ने नया प्रयास शुरू किया है। पीक आवर्स में अब ये बुल शहर के अंदर रहेंगी और जाम लगने वाले स्थानों को चिन्हित कर वहां ड्यूटी कर लोगों को जाम से निजात दिलाएंगी। ये 13 बुल एक-एक के हिसाब से 13 ट्रेफिक इंस्पेक्टर (टीआई) को सौंपी जाएंगी। उसके बाद इनका ड्यूटी प्वॉइंट तय होगा और यातायात को सुचारू रूप से चलाने का प्रयास करेंगी। शहर में पीक आवर्स सुबह नौ बजे से लेकर साढ़े 11 बजे तक और शाम को पांच बजे से सात बजे तक होते हैं।
इस्तगासा होगा दर्ज
यदि किसी दुकान, शोरूम, होटल, ढाबे और अन्य स्थान के बाहर जाम लगता है तो उस जगह के मालिक के संबंध में यातायात पुलिस कार्रवाई करेगी। पहले उस दुकान समेत अन्य जगह के मालिक की समझाइश करेगी और उसके बाद यदि फिर भी वापस जाम के हालात बनते हैं तो उसके खिलाफ इस्तगासा दर्ज कर कार्रवाई होगी।
पीक आवर्स में जाम से निजात दिलाने के लिए बुल (इंटरसेप्टर) अब यातायात व्यवस्था के सुधार के लिए शहर में रहेंगी और जाम से निजात दिलाने में प्रयास करेंगी। यातायात पुलिस में तैनात बुल की जिम्मेदारी 13 टीआई को सौंपी है।
- हैदर अली जैदी, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त द्वितीय जयपुर कमिश्नरेट
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