हॉकी इंडिया की कार्यशाला में कोचिंग तकनीकों पर हुई चर्चा

हॉकी इंडिया की कार्यशाला में कोचिंग तकनीकों पर हुई चर्चा

जमीनी स्तर पर कोचिंग मानकों को ऊंचा उठाने की हॉकी इंडिया की चल रही प्रतिबद्धता के एक हिस्से के रूप में, हरमन क्रूज ने एक कार्यशाला की अध्यक्षता की।

पुणे। हॉकी इंडिया के हाई परफॉर्मेंस निदेशक हरमन क्रूज ने पुणे में 14वीं हॉकी इंडिया सीनियर महिला राष्ट्रीय चैम्पियनशिप 2024 के मौके पर समकालीन कोचिंग विधियों और जमीनी स्तर पर हॉकी विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का मकसद घरेलू सर्किट में कोचों को उनके करियर की शुरुआत से ही युवा हॉकी खिलाड़ियों को सिखाने के कौशल से लैस करना था।

जमीनी स्तर पर कोचिंग मानकों को ऊंचा उठाने की हॉकी इंडिया की चल रही प्रतिबद्धता के एक हिस्से के रूप में, हरमन क्रूज ने एक कार्यशाला की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने युवा एथलीटों में निष्क्रिय सीखने के विपरीत सक्रिय सीखने के मूल्य पर जोर दिया।

इस कार्यशाला में गोवा हॉकी, मणिपुर हॉकी, ओडिशा हॉकी एसोसिएशन, दादरा और नगर हवेली और दीव और दमन हॉकी, हॉकी महाराष्ट्र, असम हॉकी, हॉकी बंगाल, हॉकी मध्य प्रदेश, हॉकी बिहार, हॉकी झारखंड, हॉकी तेलंगाना, हॉकी उत्तर प्रदेश, केरल हॉकी, हॉकी राजस्थान, छत्तीसगढ़ हॉकी, हॉकी गुजरात, हॉकी चंडीगढ़, हॉकी दिल्ली, हॉकी कर्नाटक, तमिलनाडु की हॉकी यूनिट, और ले पुडुचेरी हॉकी के कोच उपस्थित थे। इस मौके पर हॉकी इंडिया के अध्यक्ष डॉ. दिलीप टिर्की, हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ ङ्क्षसह और हॉकी इंडिया के कोषाध्यक्ष शेखर जे मनोहरन भी उपस्थित थे।

हरमन क्रूज ने कहा कि खिलाड़ियों को स्वामित्व लेने और स्वयं अवधारणाओं को स्पष्ट करने के लिए प्रोत्साहित करने से गलतियों से सीखने की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है और आत्मविश्वास बढ़ता है। उन्होंने कहा कि उच्च गुणवत्ता वाली कोचिंग प्रदान करने के लिए जमीनी स्तर के प्रशिक्षकों को सशक्त बनाने के महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता। एथलीटों के लिए शुरुआत से ही मजबूत बुनियादी सिद्धांतों को स्थापित करना आवश्यक है। यह राष्ट्रीय सेटअप में प्रवेश करने वाले खिलाड़यिों के लिए एक सहज संक्रमण सुनिश्चित करता है।

Read More नोवाक जोकोविच को लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स मैन ऑफ द ईयर पुरस्कार

Post Comment

Comment List

Latest News