ट्रांसपोर्ट नगर के कारोबारी परेशान, ज्वलनशील कचरे और अव्यवस्था से आग लगने का खतरा
सबसे बड़ी समस्या इस गर्मी में आग लगने की है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही
पिछली सरकार में एमएलए और मंत्री की खींचतान के कारण ट्रांसपोर्ट नगर विकास नहीं हो पाया।
जयपुर। साफ सफाई का अभाव और बेतरतीब खड़े कबाड़ वाहन के करीब 15 हजार टायर पड़े हैं। और ट्रांसपोर्ट नगर में गाड़ियों से निकलने वाला तेल फैला हुआ है। ज्वलनशील कचरे के कारण 45 डिग्री सेल्सियस तापमान में कभी भी आग लगने का डर कारोबारियों को सता रहा है। नगर निगम हैरिटेज की ओर से बनाया गया कचरा डिपो होने के बावजूद ट्रांसपोर्ट नगर में कचरा फैला रहता है। ये समस्याओं का आलम बीमारियों को निमंत्रण दे रहा है।
द राजस्थान ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिशन के प्रेसिडेंट चानन मल अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम हेरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर और अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सबसे बड़ी समस्या इस गर्मी में आग लगने की है। यहां पार्किंग स्थल चिन्हित नहीं होने से कबाड़ वाहन, स्कूल बस और एंबुलेंस सहित अनेक वाहन अव्यवस्थित खड़े रहते हैं। एसोसिशन के महामंत्री राजन सिंह ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देशभर में ट्रांसपोर्ट नगर के सौंदर्ययीकरण के लिए जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर को चुना था। इसके विकास के लिए केंद्र ने करीब 12 करोड़ रुपए का फंड दिया था। विकास का पैसा केवल कागजों में खर्च हुआ, धरातल में आज भी नई सड़क पर गड्डे दिख रहे हैं। यहां कोई पाैधारोपण भी नहीं हुआ। पिछली सरकार में एमएलए और मंत्री की खींचतान के कारण ट्रांसपोर्ट नगर विकास नहीं हो पाया।
यहां से देशभर में ट्रांसपोर्ट सेवाएं प्रदान की जाती हैं। राजस्थान और दिल्ली एमपी यूपी पंजाब हरियाणा तक ऑटोमोबाइल डीलर्स का माल जाता है। यहां पर करोड़ो को रोजाना कारोबार होता है। राजस्थान सहित देशभर से हजारों लोगों का आवागमन होता है।
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