Union Cabinet : राजस्थान का प्रतिनिधित्व रेस में पांच सांसद, दो चेहरे हो सकते हैं शामिल
मेघवाल, जोशी, दुष्यंत, शेखावत, यादव के नामों की चर्चा
गठबंधन के राइडर और प्रदेश में भाजपा की जीत का आंकड़ा 25 से 14 पर आने से प्रतिनिधित्व में कटौती तय है। जानकारी के अनुसार भाजपा प्रदेश से किन्ही दो सांसदों को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है।
जयपुर। राजस्थान में लोकसभा चुनावों में भाजपा के 14 सांसद जीतकर आए हैं। केन्द्र में गठबंधन की एनडीए सरकार बनने के कारण इस बार राजस्थान से केन्द्रीय मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व घटना तय है। प्रदेश में मोदी-2 सरकार में तीन लोकसभा सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल और कैलाश चौधरी, राज्यसभा कोटे से अजमेर मूल के भूपेन्द्र यादव मंत्री रहे। वहीं कोटा से सांसद ओम बिरला को लोकसभा में अध्यक्ष बनाया गया, लेकिन केन्द्र में भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने से गठबंधन के राइडर और प्रदेश में भाजपा की जीत का आंकड़ा 25 से 14 पर आने से प्रतिनिधित्व में कटौती तय है। जानकारी के अनुसार भाजपा प्रदेश से किन्ही दो सांसदों को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है। मंत्रिमंडल में अनुभवी, दो बार से ज्यादा बार से सांसद, जातिगत समीकरणों में फिट बैठने वाले, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व को अहमियत मिल सकती है।
इनमें से कोई दो चेहरे हो सकते हैं मंत्री
अर्जुनराम मेघवाल
बीकानेर लोकसभा से चौथी बार जीतकर संसद पहुंचे हैं। वर्तमान में केन्द्र में मंत्री हैं। भाजपा को प्रदेश में एससी वर्ग के वोटों में सेंधमारी से जीत के आंकड़े में झटका लगा है, ऐसे में इस वर्ग से मंत्री बनाए जाने पर मेघवाल का चेहरा सबसे भारी माना जा रहा है।
भूपेन्द्र यादव
अलवर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर सांसद बने हैं। मोदी-2 सरकार में मंत्री रहे हैं। केन्द्रीय नेतृत्व के नजदीकी हैं। मंत्री और संगठन दोनों में काम करने का अनुभव है। अलवर संभाग के साथ ही यूपी में यादव बाहुल्य वर्ग को साधने के लिए मंत्री बनाए जा सकते हैं।
दुष्यंत सिंह
लगातार पांचवीं बार झालावाड़-बारां सीट से जीतकर सांसद बने हैं। सबसे सीनियर सांसद होना, हाडौती संभाग में बड़ा चेहरा होना, जाट-राजपूत-गुर्जर वर्ग को एक साथ साधने के समीकरण, पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे के सीएम नहीं बनाने से उनके मार्फत उनके समर्थको को संतुष्ट करना, उन्हें रेस में आगे ला रहा है।
सीपी जोशी
प्रदेश में वर्तमान में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष हैं। चित्तौडगढ़ लोकसभा सीट से वे पहले चेहरे हैं जो लगातार तीन बार जीतकर संसद पहुंचे हैं। बाहण वर्ग का केन्द्र में पिछली बार भी प्रतिनिधित्व नहीं होना, उनका निर्विवाद होना और उदयपुर संभाग में उनसे बड़ा कोई चेहरा ना होना उन्हें रेस में शामिल करता है।
गजेन्द्र सिंह शेखावत
जीत की हैट्रिक मारी है। जोधपुर संभाग का बड़ा चेहरा, राजपूत वर्ग से होना, केन्द्र में मंत्री रहने का अनुभव और तेज तर्रार छवि उन्हें रेस में बनाए हुए है।
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