करवा चौथ : चंद्रमा को अर्घ्य देकर गज केसरी, महालक्ष्मी के साथ शश, समसप्तक, बुधादित्य जैसे राजयोगों में खोला व्रत

चौथ माता के मंदिरों में दिनभर भीड़ रही

करवा चौथ : चंद्रमा को अर्घ्य देकर गज केसरी, महालक्ष्मी के साथ शश, समसप्तक, बुधादित्य जैसे राजयोगों में खोला व्रत

भगवान शिव, माता पार्वती, गणेशजी, कार्तिकेय जी और चौथ-माता की पूजा अर्चना की।

जयपुर। सुहाग पर्व करवा चौथ रविवार को गज केसरी, महालक्ष्मी के साथ शश, समसप्तक, बुधादित्य जैसे राजयोगों में मनाया गया। अखंड सुहाग की कामना के साथ रात में सजी-धजी महिलाओं ने 12 कलाओं के साथ लालिमा लिए उगते हुए चन्द्रमा की पूजा-अर्चना के साथ अर्घ्य देकर व्रत खोला। पति के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।

जिन महिलाओं ने चतुर्थी का उद्यापन किया था उन्होंने 14 महिलाओं को भोजन कराकर उपहार दिए। चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद अपनी अर्धांगिनी के चेहरे पर खुशी लाने के लिए पतियों ने तरह तरह के उपहार दिए। उनके साथ सामूहिक रुप से व्रत भी रखा। पंजाबी समाज की महिलाओं ने चलनी में चांद देखकर पति को देखा और लम्बी उम्र का आशीर्वाद मांगा। मायके से पहुंची उनकी सरगी में फल मिठाई ड्राई फ्रूटस, पूजा की सामग्री और 16 सोलह शृंगार का सामान था। सरगी खाने के बाद महिलाओं ने व्रत शुरू किया।

ब्यूटी पार्लरों पर भी रही भीड़, सेल्फी की होड़
सुहागिन महिलाओं ने मेकअप, फेशियल सोलह शृंगार कर शादी का जोड़ा, नई साड़ी, लहंगा, लाल चूनर पहनी थी। सूरज ढलते ही छतों पर रौनक बिखरने लग गई थी। महिलाओं के साथ पति, बच्चे, परिवार के लोग छतों पर गए। मोबाइल पर सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो फोटोज के संग सबके साथ खुशियों को साझा किया। महिलाओं ने निर्जल रहकर पति की लम्बी उम्र व परिवार की सुख समृद्धि के लिए व्रत रखा। भगवान शिव, माता पार्वती, गणेशजी, कार्तिकेय जी और चौथ-माता की पूजा अर्चना की। चौथ माता के मंदिरों में दिनभर भीड़ रही। करवा चौथ के दिन नवविवाहिताओं में काफी उत्साह दिखा।

साढ़े आठ बजे बाद दिखा चांद
एस्ट्रोनोमर राहुल शर्मा ने बताया कि रात 8 बजकर 8 मिनट पर चन्द्रोदय हुआ। बादलों की ओट में लुका छिपी के कारण शहरी इलाकों में देरी से भी दिखा। बहुमंजिला इमारते बन जाने के कारण महिलाओं ने सड़कों और फ्लाईओवर पर जाकर चंद्रमा को देखा। ज्योतिषाचार्य पंडित दुर्गादत्त शिवदत्त शास्त्री ने बताया कि चंद्रमा मन के देवता हैं। यह व्रत मन को प्रसन्न करता है। करवा चौथ कर्क चतुर्थी के नाम से भी जानी जाती है। चार चौथ में से करवा चौथ एक प्रमुख चौथ है।

Read More प्रताप कृष्ण ने बागड़े को सौंपा प्रतिवेदन 

Post Comment

Comment List

Latest News

राज्यस्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह इस बार उदयपुर में होगा आयोजित राज्यस्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह इस बार उदयपुर में होगा आयोजित
इस वर्ष 26 जनवरी का गणतंत्र दिवस समारोह जयपुर के स्थान पर उदयपुर में आयोजित होगा
सरकार की नीतियों से करोड़ों लोगों की आर्थिक स्थिति हुई कमजोर : प्रियंका
सभी पुलिसकर्मी आमजन की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का करें प्रयास : साहू
कांग्रेस की मजबूत जड़ों के कारण जुड़ रहे कार्यकर्ता, सरकार को मिलकर चेताएंगे : तिवाड़ी
युवा 'विकसित भारत' के संकल्प को पूरा करने में निभाएं भागीदारी : बागड़े
स्लीपर कोच बस की ट्रेलर से टक्कर, 20 यात्री घायल
बंगाल में दुलाला की गोली मारकर हत्या, ममता बनर्जी के थे करीबी सहयोगी