युवा 'विकसित भारत' के संकल्प को पूरा करने में निभाएं भागीदारी : बागड़े
शिक्षा नीति का निर्माण ऐतिहासिक पहल है
बागड़े ने कहा कि 1986 में जो शिक्षा नीति बनी, उसके 34 वर्ष बाद 2020 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का निर्माण ऐतिहासिक पहल है।
जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने आह्वान किया कि युवा विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में अपनी भागीदारी निभाएं। बागड़े महाराष्ट्र के लातूर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के 59 वें देवगिरी राज्य सम्मेलन का शुभारंभ करने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश की जीडीपी में लगभग 34 प्रतिशत योगदान युवाओं का है। एबीवीपी राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ राष्ट्र के विकास में विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं को जोड़ने की पहल करे। उन्होंने इस संगठन के जरिए गांव और शहर का भेद मिटाते हुए देश के सर्वांगीण विकास के लिये संकल्पबद्ध होकर कार्य करने पर जोर दिया।
बागड़े ने कहा कि 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबके प्रयास से भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने के लिये सब मिलकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि जब युवा अपने विचारों और ऊर्जा का योगदान राष्ट्र की समृद्धि में करेगा तो निश्चित ही अच्छे परिणाम सामने आयेंगे। भारत की सांस्कृतिक जड़ों को खोखला करने के लिये मैकाले द्वारा देश की शिक्षा पद्धति को बदला गया, होना तो यह चाहिए था कि देश में 15 अगस्त, 1947 को जिस तरह से झंडा बदला गया था. वैसा ही शिक्षा व्यवस्था में भी बदलाव होना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ। इसलिये हम आज भी इसका परिणाम भुगत रहे हैं।
बागड़े ने कहा कि 1986 में जो शिक्षा नीति बनी, उसके 34 वर्ष बाद 2020 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का निर्माण ऐतिहासिक पहल है। इसमें भारतीयता को सर्वोच्च महत्व दिया गया। यह नीति विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखकर तैयार की गयी है। यह स्वरोजगार को बढ़ावा देने वाली है।
Comment List