हर गांव में बुनियादी सुविधाओं के लिए शुरू किया अभियान, सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता : मोदी

बुनियादी सुविधाओं की गारंटी के लिए अभियान शुरू किया गया

हर गांव में बुनियादी सुविधाओं के लिए शुरू किया अभियान, सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता : मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ग्रामीण भारत के लोगों के लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है और इसलिए हर गांव में बुनियादी सुविधाओं की गारंटी के लिए अभियान शुरू किया गया है

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ग्रामीण भारत के लोगों के लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है और इसलिए हर गांव में बुनियादी सुविधाओं की गारंटी के लिए अभियान शुरू किया गया है। प्रधानमंत्री ने नाबार्ड द्वारा यहां आयोजित 4 दिवसीय ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 का उद्घाटन करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य गांवों को विकास और अवसर के जीवंत केंद्रों में बदलकर ग्रामीण भारत को सशक्त बनाना है। हमारी सरकार की मंशा, नीतियां और निर्णय ग्रामीण भारत को नई ऊर्जा के साथ सशक्त बना रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आज भारत सहकारिता के माध्यम से समृद्धि प्राप्त करने में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष की शुरुआत में ग्रामीण भारत महोत्सव का भव्य आयोजन भारत की विकास यात्रा की झलक और उसकी पहचान बना रहा है।  प्रधानमंत्री ने कहा कि हममें से जो लोग गांवों में पैदा हुए और पले-बढ़े हैं, वे गांवों की क्षमता को जानते हैं। उन्होंने कहा कि गांव की आत्मा भी गांवों में रहने वालों में बसती है। उन्होंने कहा कि जो लोग गांवों में रहे हैं, वे गांव का सच्चा जीवन जीना भी जानते हैं। उन्होंने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उनका बचपन एक छोटे से शहर में साधारण परिवेश में बीता। बाद में जब वे शहर से बाहर निकले तो उन्होंने ग्रामीण इलाकों में भी समय बिताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने कठिनाइयों का अनुभव किया है और गांवों की संभावनाओं से भी वाकिफ हूं। उन्होंने कहा कि बचपन से ही उन्होंने देखा है कि गांव के लोग मेहनती तो होते हैं, लेकिन पूंजी की कमी के कारण वे सही अवसरों से चूक जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में ग्रामीणों की अलग-अलग क्षमताएं होने के बावजूद वे अपनी बुनियादी सुविधाओं को पूरा करने की चाहत में खो जाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों के सामने प्राकृतिक आपदाएं, बाजार तक पहुंच की कमी जैसी कई चुनौतियां हैं।

Post Comment

Comment List