समाजिक समाघात निर्धारण रिपोर्ट तैयार, 485 हेक्टेयर भूमि की अवाप्ति से कोई रिहायशी क्षेत्र प्रभावित नहीं
निर्माण कार्य में वन संवर्धन का भी मिलेगा लाभ
नानोर एनिकट एवं सोलर बेस्ड माइको सिंचाई परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण के संदर्भ में सामाजिक समाघात निर्धारण रिपोर्ट प्रस्तुत की गई
जयपुर। नानोर एनिकट एवं सोलर बेस्ड माइको सिंचाई परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण के संदर्भ में सामाजिक समाघात निर्धारण रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। जल संसाधन विभाग के अनुसार इस परियोजना के अंतर्गत, नानोर एनिकट और सोलर पैनल सिस्टम के निर्माण के लिए 0.60 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य बकानी तहसील के चार गांवों की 485 हेक्टेयर भूमि को सिंचित करना है, जिससे गांववासियों को सिंचाई की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। साथ ही, निर्माण कार्य में वन संवर्धन का भी लाभ मिलेगा।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि इस निर्माण कार्य से कोई रिहायशी क्षेत्र प्रभावित नहीं होगा और ना ही किसी व्यक्ति को विस्थापित किया जाएगा। भूमि का अधिग्रहण न्यूनतम आवश्यकता के आधार पर किया जाएगा और पुनर्वासन की कोई आवश्यकता नहीं है। इस परियोजना को पर्यावरण की दृष्टि से अत्यधिक लाभकारी माना गया है, और इसके संभावित सामाजिक फायदे, खर्च और समाघातों की तुलना में परियोजना का लाभ काफी अधिक है। यह जनसाधारण के लिए महत्वपूर्ण और उपयोगी साबित होगी।
सभी प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण कार्य वर्तमान में भूमि अर्जन, पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन कानून 2013 के तहत उचित प्रतिकर और पारदर्शिता के साथ किया जाएगा।
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