ब्यावर के अमृतकौर अस्पताल की नर्सरी में हादसा: वार्मर में हीट बढ़ने से दो नवजात की मौत
हादसे से चिकित्सालय प्रबंधन में हड़कम्प मच गया।
हादसे की वजह तकनीकी फॉल्ट बताई जा रही है।
ब्यावर। राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय की मदर एंड चाइल्ड विंग की नर्सरी में सोमवार शाम बड़ा हादसा हो गया। नर्सरी में वार्मर की हीट बढ़ने से दो नवजात की मौत हो गई। हादसे से चिकित्सालय प्रबंधन में हड़कम्प मच गया। हादसे की वजह तकनीकी फॉल्ट बताई जा रही है। बताया जाता है कि नर्सरी के एक वार्मर में सोमवार शाम 7.30 बजे अचानक हीट बढ़ गई जिससे वार्मर पर भर्ती दो नवजात शिशुओं की हालत बिगड़ गई। सूचना पर पीएमओ डॉ.एसएस चौहान, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.पीएम बोहरा, डॉ.एमएस चांदावत, डॉ.अशोक जांगिड़ मौके पर पहुंचे। शिशुरोग विशेषज्ञों ने दोनों नवजात बचाने का प्रयास किया लेकिन बचाया नहीं जा सका। चिकित्सकों ने नर्सरी में भर्ती अन्य शिशुओं की भी जांच की जिनका स्वास्थ्य सामान्य मिला।
इनकी हुई मौत: हादसे के समय नर्सरी में 20 नवजात भर्ती थे। जिसमें बक्ता का बाड़िया सुरड़िया निवासी पूजा पत्नी ओमप्रकाश की नवजात पुत्री की मृत्यु हो गई। रामपुरा खरवा निवासी माया पत्नी सुरेन्द्रसिंह ने 14 अप्रैल को बेटे को जन्म दिया था। दोनों नवजात एक ही वार्मर पर भर्ती थे। दोनों प्रसूताएं कुछ समय पहले ही अपने-अपने शिशु को दूध पिलाकर गई थी।
अन्य परिजन भी हुए व्याकुल: हादसे के तुरंत बाद प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए चिकित्सालय परिसर में पुलिस बल तैनात कर दिया। नर्सरी में चिकित्सक सहित स्टाफ पहुंच गया। जैसे ही हादसे की जानकारी वार्ड में भर्ती अन्य शिशुओं के परिजन को मिली तो वे भी व्याकुल हो उठे। सभी की धात्री माताएं एवं उनके परिजन शिशुओं को देखने के लिए नर्सरी के बाहर एकत्रित हो गए और हंगामा कर दिया। अपने जिगर को टुकड़े को सही सलामत देखने के बाद परिजन की जान में जान आई।
तकनीकी खामी के चलते वार्मर की हीट बढ़ने के कारण हादसा हो गया। मामले की जांच कराई जाएगी। -डॉ.एसएस चौहान, पीएमओ एकेएच ब्यावर
हादसा की सूचना पर मौके पर पहुंचकर जानकारी ली है तथा चिकित्सकों को निर्देशित किया कि अन्य शिशुओं के स्वास्थ्य की जांच की जाए। अन्य शिशुओं का स्वास्थ्य सामान्य है। -राहुल जैन, उपखण्ड अधिकारी, ब्यावर
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